उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार की सुबह आरटीओ और ट्रेफिक पुलिस के संयुक्त दल ने शहर के प्रमुख स्कूलों से संचालित होने वाली बसों की जांच का अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान 5 प्रमुख स्कूलों की 17 बसों में खामियां पाई गई है। इन स्कूलों को आरटीओ की ओर से नोटिस जारी किया गया है। हिदायत दी गई है कि बसों में मिली खामियों को तय समय सीमा में दुरूस्त कराए।
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश के बाद शनिवार सुबह 6 बजे से आरटीओ संतोष मालवीय, ट्रेफिक डीएसपी सुरेंद्र पाल सिंह राठौर अमले को साथ लेकर मक्सीरोड़ पर पाईप फैक्ट्री चौराहे पर पहुंच गए। यहां करीब 1 घंटे के दौरान 20 स्कूली बसों की जांच की गई। ठीक इसी तरह की कार्यवाही सूबेदार निवेश मालवीय ने भरतपुरी चौराहे पर भी की।
यहां भी 35 से ज्यादा स्कूली बसों की जांच की गई। निर्मला कान्वेंट, क्रिस्ट ज्योति, पोद्दार इंटरनेशनल, ज्ञान सागर एकेडमी और नारायणा स्कूल की बसें जांच की गई। इनमें फायर एस्टिग्यूशर, स्पीड गर्वनर, फस्र्ट-एड बॉक्स, फिटनेस सर्टिफिकेट आदी जांचे गए।
आरटीओ संतोष मालवीय के मुताबिक शनिवार सुबह की गई जांच के दौरन 3 बसों के फिटनेस सटिफिकेट एक्सपायर मिले। 4 बसों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे, 1 बस में स्पीड गर्वनर नहीं मिला इसके अलावा 9 बसों में महिला अटेंडर मौजूद नहीं थी। जिन भी स्कूलों की बसों में कमियां पाई गई है, उन स्कूलों के संचालकों को नोटिस जारी किए गए है। आरटीओ संतोष मालवीय ने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल बसों का संचालन नियमित नहीं हो पा रहा था। अब जबकि स्कूल बसों का संचालन सुचारू हो रहा है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की गाईड लाइन का पालन कराने के लिए यह रूटीन जांच की गई थी।