उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने की कानड़ थाना प्रभारी पर कार्रवाई
कानड़, अग्निपथ। आगर जिले के कानड़ थाना की महिला टीआई को लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी पर का लड़के ही एक व्यक्ति को अवैध कारोबार शुरू करने के लिए दबाव बनाने और उसके एवज में ₹20 हजार हर महीने रिश्वत देने का आरोप है।
उज्जैन लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सोमवार सुबह कार्रवाई करते हुए फरियादी रितेश राठोर निवासी कानड़ से ₹29 हजार नकद लेते हुए कानड़ थाना प्रभारी मुन्नी परिहार को गिरफ्तार कर लिया। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस डीएसपी राजकुमार श्राफ के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई सबकी जब्ती आई मुन्नी परिहार फरियादी रितेश कृष्ण महीने के बकाया 9000 रुपए और इस माह के भी 20 हजार रुपए की रिश्वत नगद ले रही थी।
रितेश राठौर में 11 अप्रैल को उज्जैन लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा को टीआई मुन्नी परिहार खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में शिकायत की थी। मामले की तस्दीक के बाद एसपी विश्वकर्मा ने डीएसपी राजकुमार श्राफ के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। लोकायुक्त उज्जैन की टीम DSP सुनील तालान, TI राजेंद्र वर्मा आरक्षकगण संजय पटेल, सुनील परसाई, नीरज राठौर व इसरार व महिला आरक्षक भी शामिल हैं।
इसलिए चलवाना चाहती थी सट्टा
आवेदक के अनुसार उसको क़ोरोना लॉकडाउन में गल्ले के व्यापार में नुक़सान होने से उसने वर्ष 2021 में सट्टा चलाया था। उसका TI मुन्नी परिहार हर महीने 20 हज़ार रुपए लेती थी। अब वह सट्टा नहीं खिलाना चाहता। लेकिन TI मैडम दबाव बनाकर सट्टा चलवा रही हैं ओर रिश्वत के रूप में हर महीने 20 हज़ार रुपए माँग रही हैं।
पहले भी सट्टे के मामले में हो चुकी है निलंबित
टीआई मुंडी परिहार पर सट्टे के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के मामले में यह पहली कार्रवाई नहीं है। बताया जाता है की लगभग 15 वर्ष पूर्व उज्जैन जिले के कायथा थाना में प्रभारी रहते हुए भी सट्टे के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के मामले में उन्हें निलंबित किया जा चुका था।