कलेक्टर-एसपी ने पिंगलेश्वर-करोहन का निरीक्षण किया, यात्रियों से बात कर जानी सुविधाएं
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना काल के कारण दो साल बाद शुरू हुई पंचक्रोशी यात्रा में इस बाद उम्मीद से कई गुना अधिक श्रद्धालु उमड़े हैं। हालात यह रहे कि प्रशासन को प्रत्येक पढ़ाव स्थल पर यात्रियों की सुविधाएं और टेंट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।
कलेक्टर आशीष सिंह व एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने सोमवार को पंचक्रोशी यात्रा मार्ग में पिंगलेश्वर एवं करोहन पड़ाव का निरीक्षण किया। पिंगलेश्वर में लगभग 2 हजार एवं करोहन में लगभग 3 हजार यात्री पड़ाव की ओर हैं। यात्रा मार्ग में लगभग 5 हजार से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं। कलेक्टर ने पिंगलेश्वर में तथा करोहन में यात्रियों के बीच जाकर उनसे बातचीत की तथा उनकी आवश्यकताओं के बारे में पूछा। सभी यात्रियों ने एक स्वर में व्यवस्थाओं की सराहना की।
कलेक्टर ने करोहन में सरपंच को 10 हजार वर्गफीट टेन्ट आज ही लगाने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ को निर्देश दिये हैं कि आगे के सभी पड़ावों में 10-10 हजार वर्गफीट टेन्ट बढ़ाया जाये। निरीक्षण के दौरान एडीएम श्री संतोष टैगोर, एएसपी श्री आकाश भूरिया एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पंचक्रोशी यात्रियों ने चर्चा में बताया कि उन्हें मार्ग में स्थान-स्थान पर पीने का पानी, छाया आदि की व्यवस्था मिल रही है। पड़ाव स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में रूकने की, स्नान की एवं आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही पड़ाव स्थलों पर बनाये गये अस्थाई अस्पतालों से उन्हें उपचार एवं मलहम नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है।
पंचक्रोशी यात्रियों ने व्यवस्था की सराहना की
पंचक्रोशी यात्रा में निकले शहरी एवं ग्रामीण यात्रियों द्वारा इस बार जिला प्रशासन एवं जिला पंचायत द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की गई है। उज्जैन निवासी पंचक्रोशी यात्री रमेशचंद्र शाह ने बताया कि वे लम्बे समय से यात्रा कर रहे हैं। इस बार की यात्रा में उन्हें असीम आनन्द की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं अभूतपूर्व हैं और वे आनन्द के साथ यात्रा सम्पन्न कर रहे हैं।
राजगढ़ जिले से आई कलाबाई एवं उनकी साथी महिलाओं ने भी प्रसन्नतापूर्वक बताया कि पेयजल के लिये पर्याप्त पानी उपलब्ध हो रहा है, स्नान की व्यवस्था भी अतिउत्तम है। यात्रा मार्ग में पांव में लगाने के लिये मलहम भी पर्याप्त रूप से दिया जा रहा है। मंदसौर जिले के जावरा से आई महिला रूकमाबाई ने बताया कि मार्ग में स्थान-स्थान पर पानी की टंकियां रखने से पीने के पानी की दिक्कत नहीं है। साथ ही कई संस्थाओं द्वारा खाने-पीने की वस्तुएं नि:शुल्क प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंचक्रोशी यात्रियों को किसी से कोई आवश्यकता नहीं है, वे ईश्वर भक्ति में लीन होकर निस्वार्थ भावना से यात्रा पर निकलते हैं।
पंचक्रोशी यात्री ने कलेक्टर को दाल-बाटी खाने का न्यौता दिया
करोहन पड़ाव पर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। इस बीच एक स्थान पर मंदसौर जिले से आई पंचक्रोशी यात्री महिला कंडे पर दाल-बाटी बना रही थी। कलेक्टर ने रूककर उनसे चर्चा की। उक्त महिला को कलेक्टर ने कहा कि पांच मिनिट में दाल-बाटी बन रही है, आप खाकर जाईये। उक्त महिला ने कहा कि यहां बनी हुई दाल-बाटी गांव में बनी दाल-बाटी से अलग ही स्वाद देती है। कलेक्टर ने पूछा कि कितनी देर लगेगी। महिला ने कहा कि बस आप रूक जाओ, बस अभी तैयार करके लाते हैं। कलेक्टर ने महिला से पड़ाव स्थल पर की जा रही व्यवस्थाओं एवं करोहन से कब उनका दल रवाना होगा, इसकी चर्चा की।
पंचक्रोशी यात्रियों की सेवा…
उज्जैन। सोमवार से अधिकारिक पंचक्रोशी यात्रा का आगाज हो गया। पांच दिवसीय 118 किलोमीटर की यात्रा पर निकले हजारों श्रद्धालुओं की सेवाभाव के लिये कोतवाली थाने के सामने टीआई अमित सोलंकी, महाकाल टीआई मुनेन्द्र गौतम और खाराकुआ टीआई रविन्द्र कटारे ने अपनी टीम के साथ ठंडे पानी की बोतल, बिस्किट, फल और भीषण गर्मी में गला ना सूखे इसको लेकर गोलियों को वितरण किया।