शिवसेना ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चेतावनी दी, अब पुतला दहन होगा
उज्जैन, अग्निपथ। ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मन्दिर में देश-विदेश से प्रतिदिन आने वाले हजारों-हजार श्रद्धालुओं की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति उज्जैन के प्रशासक गणेश धाकड़ द्वारा बार बार मंदिर की व्यवस्थाओं में अनपेक्षित, अप्रत्याशित व अवांछित परिवर्तन किया जाकर तथा बार बार प्रवेश व्यवस्था बदली जाकर मंदिर को प्रयोगशाला बनाया जा रहा है।
2 दिन पूर्व ही भीषण गर्मी के बावजूद मंदिर के आम दर्शनार्थियों का प्रवेश द्वार अत्यंत दूर बनाया जाकर बच्चों, महिलाओं व बुजुर्गों के लिये दर्शन दुर्लभ किये जा रहे है जिससे नगर का धार्मिक पर्यटन खतरे में आने लगा है।
इसके विरोध में शिवसेना उज्जैन जिला अध्यक्ष धीरजसिंह ठाकुर के नेतृत्व में प्रशासक मुर्दाबाद के नारे लगाये जाकर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन मंदिर के सहायक प्रशासक आर.के.तिवारी को प्रशासक कार्यालय के द्वार पर दिया गया तथा मंदिर में प्रवेश व निर्गम की व्यवस्थाओं को बार-बार न बदलने तथा प्रवेश व निर्गम मार्ग छोटा करने की मांग की गई।
साथ ही मंदिर के कर्मचारियों व सुरक्षाकर्मियों द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से अपने परिचितों, चहेतों को वीआईपी द्वार से प्रवेश देकर मंदिर को राजस्व का नुकसान पहुंचाने के मामले में भी ठोस कार्यवाही कर इस अनियमितता को बंद करने का अनुरोध किया गया। शिवसेना ने चेतावनी दी कि शीघ्र ही व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो श्रद्धालुओं के हित में आंदोलन के पहले चरण में मंदिर प्रशासक का पुतला दहन किया जायेगा।
ज्ञापन देते समय पंकज मण्डलोई, प्रभारत पुरानिया, अनिल जोशी, दशरथ चौहान, भरत पटेल, नाना सोनी, अविनाश गुरू, लक्ष्मण पटेल, बबलू गोस्वामी, दीपक पंवार, अर्जुन चौहान, रूपेश निमाड़े, विशाल ठाकुर, शिवपाल ठाकुर, जितेन्द्र सोनी, प्रभुलाल, सुमेरसिंह आदि उपस्थित रहे।