शाजापुर, अग्निपथ। अपनी मेहनत के दम पर सिविल जज के पद पर चयनित होकर शाजापुर की एक बेटी ने बता दिया कि वो बेटों से कम नहीं है। शहर के आदर्श कालोनी में रहने वाली चारू नेमा ने प्रथम प्रयास में ही सिविल जज बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
चारू के पिता अशोक नेमा डॉक्टर और माता सविता नेमा गृहिणी हैं। चारू की 12वीं तक की पढ़ाई शाजापुर से ही हुई है। इसके पश्चात उन्होंने क्लेट की परीक्षा पास कर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से 2020 में लॉ की डिग्री प्राप्त की। चारू बतातीं हैं कि उन्हे सिविल जज बनने की प्रेरणा अपनी मौसी स्व. मोहनबाली नेमा से प्राप्त हुई जो कि अधिवक्ता रह चुकी हैं। चारू अपनी सफलता का श्रेय भगवान और बड़ों के आशीर्वाद को देती हैं। साथ ही कहती हैं कि यदि लक्ष्य के प्रति ईमानदार और लगनशील रहें तो सफलता मिलना तय है।
बधाईकर्ताओं का लगा तांता
सिविल जज परीक्षा परिणाम आने के बाद जैसे ही चारू के परिजनों को पता लगा कि उनकी बेटी का चयन हो गया है तो घर में खुशियां छा गईं और सभी ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कर बधाईयां दी। इसीके साथ रिश्तेदारों और दोस्तों का घर पर आकर बधाई देने के लिए तांता लग गया। चारू का कहना है कि सिविल जज बनने में परिवार के लोगों ने उन्हे बहुत सपोर्ट किया। परिवार के आशीर्वाद का ही परिणाम है कि वे सिविल जज के लिए चयनित हुईं हैं।