धर्मसभा में बोले आचार्य श्री, अवंती पाश्र्वनाथ तीर्थ से निकला जुलूस, खाराकुआ पेढ़ी पर दीक्षार्थी का बहुमान
उज्जैन, अग्निपथ। पंजाब केसरी गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्रीमद् विजय नित्यानंद सुरीश्वर जी महाराज की निश्रा में दीक्षा महोत्सव अंतर्गत शनिवार सुबह दानीगेट स्थित श्री अवंती पार्श्ववनाथ तीर्थ से बैंड बाजों के साथ दीक्षार्थी आकाश लोढ़ा का जुलूस निकाला गया, जिसमें वे बग्गी पर सवार रहे। जो विभिन्न मार्गो से होते हुए श्री हीर विजय सूरी बड़ा उपाश्रय मंदिर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हुआ।
यहां आचार्य श्री ने कहा कि संयम बगैर मनुष्य मोक्ष की प्राप्ति नहीं कर सकता। जैसे सिर पर तलवार की धार हो संयम जीवन पालन करना भी उतना ही कठिन है। लेकिन जो व्यक्ति शुद्ध भावों के साथ आत्म कल्याण का दृढ़ निश्चय कर ले तो यह मार्ग उतना ही सरल भी बन जाता है। आकाश ने भी ऐसे ही निश्चय के साथ आत्म कल्याण के लिए संयम पथ पर अपना कदम आगे बढ़ाया है।
आचार्य श्री पहले खाराकुआ स्थित श्री सिद्धचक्राधन केसरीयानाथ महातीर्थ पहुंचे और दर्शन वंदन किये। उसके बाद श्री आदेश्वर जी की पेढ़ी बड़ा उपाश्रय में उनके प्रवचन हुए। दीक्षार्थी आकाश लोढ़ा का श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी ट्रस्ट एवं बड़ा उपाश्रय ट्रस्ट की ओर से शॉल श्रीफल व मोती की माला पहना कर बहुमान किया गया।
दीक्षा महोत्सव समिति के योगेश कोचर व बृजेश श्रीमाल के अनुसार महोत्सव अंतर्गत शनिवार को इंदिरा नगर महिला मंडल द्वारा श्री शंखेश्वर पाश्र्वनाथ मंदिर में श्री पाश्र्व पंचकल्याणक पूजा पढ़ाई गई।
जैन समाज में अपार उत्साह
आचार्य श्रीमद विजय नित्यानंद सुरीश्वर जी का 18 साल बाद उज्जैन आगमन होने से समूचे श्वेतांबर जैन समाज में अपार उत्साह है। दीक्षा व पारणा महोत्सव के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है। अरविंद नगर स्थित महाकाल-मनोरमा परिसर में श्री विजय वल्लभ वाटिका तैयार होगी। पूरा महोत्सव इंदिरा नगर जैन श्री संघ व मातुश्री लीलाबाई शांतिलाल जी कोचर परिवार के संयोजन में आयोजित होगा। जिसमें 3 मई को इंदिरा नगर मंदिर से दीक्षार्थी आकाश का वर्षी दान वरघोड़ा निकलेगा एवं 4 मई को दीक्षा महोत्सव होगा।