झाबुआ, अग्निपथ। लाखों रुपये सरकारी स्कूल पर व्यय करने नियमित कोचिंग अतिरिक्त क्लास सेपल पेपर्स निशुल्क व कोर्स कम करना चालीस प्रतिशत वैकल्पिक प्रश्न बावजूद मेघनगर नतीजा सिफर रहा। दसवीं बारहवीं के परिणाम शुक्रवार दोपहर घोषित होते ही नगर की कन्या उमावि व बालक उत्कृष्ट विद्यालय के दसवीं बारहवीं के परिणाम में व्यवस्था की पोल खोल दी।
कन्या उमावि विद्यालय जहां के प्रिंसीपल जीएस देवहरे है बीईओ का कार्य भी देख रहे किनतु अपनी संस्था के तीस फीसदी से कम दसवीं व चालीस से कम बारहवीं के परिणाम ने देवहरे की निरीक्षण मार्गदर्शन पर सवाल खड़े कर दिए। एक दशक में सर्वाधिक निराशाजनक परिणाम से पालकों में रोष है। कुछ छात्राओं का कहना है हिन्दी गणित सामाजिक विज्ञान का अध्यापन ठीक नहीं रहने की दो चार बार शिक़ायत की पर शिक्षकों ने ध्यान नहीं दिया। अपडाउन रत शिक्षकों की आवा जाही, पद रिक्त भी एक कारण रहा।
इसी तरह उत्कृष्ट विद्यालय मेघनगर नगर की नाक माना जाता है। विधायक वीर सिंह भुरिया भी यही पढ़ें पर प्रिंसीपल के अभाव में प्रभारी एन एस नायक को सहायक आयुक्त ने संचालन का जिम्मा दे दिया। शिक्षकों ने लापरवाही व अनियमितता के चलते नायक के विश्वसनीयता पर अ लगा उन्हें कमजोर परीक्षा परिणाम दसवीं 16त्नतो बारहवीं का 28 प्रतिशत से जि़ले में न्यूनतम की कगार पर खड़ा कर दिया ।
सीएम राइज स्कूल बनने के पहले ही उक्त परिणाम ने सवालिया निशान खड़े कर दिए आयुक्त जनजातीय विभाग प्रशान्त आर्य व कलेक्टर सोमेश मिश्रा की मिनिटरिग पर। परिणाम को लेंकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर अध्यक्ष विनम्र जैन ने शिक्षकों की लापरवाही व प्राचार्य की कुशल मानिटरिग के अभाव को जिम्मेदार ठहराते हुए जनजातीय मंत्री मीना सिंह व प्रभारी मंत्री से समीक्षा की मांग की।