विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय पहुंचकर जताया विरोध, वैल्यूवेशन कमेटी करेगी जांच
उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के बाहर सोमवार दोपहर बी.एड. तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थियों का आरोप है कि बी.एड. की परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थियों को अनुपस्थित बताकर उन्हें एटीकेटी दे दी गई है।
विक्रम विश्वविद्यालय परीक्षाओं को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। ताजा मामला बी.एड. तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों से जुड़ा है। सोमवार दोपहर कई छात्र विक्रम विश्वविद्यालय के गेट पर पहुंचे और यहां की कार्यप्रणाली के विरोध में नारेबाजी करने लगे। बी.एड. तृतीय वर्ष के इन विद्यार्थियों का 28 अप्रैल को रिजल्ट घोषित किया गया है। रिजल्ट चौंकाने वाला था, जितने विद्यार्थी इस परीक्षा में शामिल हुए थे, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा विद्यार्थियों को एक्शन रिसर्च के पेपर में एटीकेटी दे दी गई है। लगभग 10 प्रतिशत छात्र अनुपस्थित दर्शा दिए गए है।
पूरे साल पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों में कुछ तो ऐसे भी थे जो परीक्षा में शामिल हुए लेकिन रिजल्ट में उन्हें परीक्षा से अनुपस्थित दर्शाया गया है। उज्जैन शहर के 6 से ज्यादा और देवास जिले के भी कॉलेज से विद्यार्थी सोमवार दोपहर विक्रम विश्वविद्यालय पहुंचे और बेतुके तरीकों से बने रिजल्ट पर ही सवाल उठाने लगे। इन विद्यार्थियों ने कुलसचिव डा.प्रशांत पुराणित से भी बात की।
कुलसचिव ने इन सभी विद्यार्थियों को उचित कार्रवाही का भरोसा दिलाया है। डा. प्रशांत पुराणिक ने बताया कि अनुपस्थित दर्शाए गए विद्यार्थियों के संबंध में उनके कॉलेजों से पता करवाया जाएगा। इसके अलावा जो विद्यार्थी मार्क्स कम आने की शिकायत कर रहे है, उनके मामले में वैल्यूवेशन समिति के माध्यम से दोबारा जांच करवाई जाएगी।