संस्कृति ग्लोबल स्कूल पर कार्यशाला में बताया यात्रा का उद्देश्य
बडऩगर,अग्निपथ। 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा किस प्रकार होना चाहिए। माता पिता को चाहिए कि उनका पुत्र इस उम्र में उनके हिसाब से अपना जीवन यापन करें और उसकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिससे आगे का जीवन और चुनौतियां बच्चों के लिए एक आदर्श बने। जिंदगी जीने के लिए भौतिक सुख – सुविधाऐं जरूरी नहीं है। सादा जीवन और उच्च विचार में जिंदगी के असल मायने छिपे हैं।
यह बात अहमदाबाद से दिल्ली साईकल यात्रा पर निकले स्पीक मैके संस्था के संस्थापक 73 वर्षीय पद्मश्री से सम्मानित किरण सेठ ने द संस्कृति ग्लोबल स्कूल में बडऩगर प्रवास के दौरान गणमान्य नागरिक व पत्रकार साथियों के सम्मुख अपनी यात्रा के उद्देश्य व संस्मरण सुनाते हुए कही।
सेठ ने कहा युवाओं को सादगी का पाठ पढ़ाने के लिए सोसायटी फॉर प्रमोशन आफ इंडिया क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर अमंग युथ ने बीड़ा उठाया है कि भारतीय युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ें। आपने कहा आज के बच्चे से यदि हम चर्चा करें तो हमसे बहुत आगे हैं। वह कहते हमें सब मालूम है। इसलिए उनको प्रैक्टिकल करके बताने के लिए मैंने 73 वर्ष की उम्र में साइकिल से भारत भ्रमण का निर्णय लिया है। अभी मैं अहमदाबाद से दिल्ली की यात्रा करके यह देख रहा हूं कि मैं आगे यात्रा कर पाऊंगा या नहीं।
यदि मेरी है यात्रा दिल्ली में 5 जून को पूर्ण होगी तो इसके पश्चात में कश्मीर से कन्याकुमारी तक संपूर्ण भारत भ्रमण कर शिक्षा की अलख हमारी संस्था के माध्यम से जगाने के लिए साईकल से पुन: यात्रा प्रारंभ करूंगा ।
कार्यक्र में द संस्कृति ग्लोबल स्कूल संचालक वीरेंद्र सिंह सिसौदिया ने सेठ जी से कहा हम नियमों का पालन करेंगे। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही इस विद्यालय की शुरुआत की है। आशा है आगे भी आपकी सेवाएं विद्यालय को मिलती रहे। जिस विचार को लेकर यात्रा कर रहे हैं उन विचारों को आगे बढ़ाने में हम आपकी सहायता कर सकें।
इस अवसर पर प्रोफेसरगण रामेश्वर कोर्ट, लक्ष्मण चेलाणी, मुकेश राठौर, अभिभाषक गण कुलदीप सिंह राठौर बना, अजय झाला, शंकरलाल यादव, राधेश्याम यादव सहित गणमान्यजन घनश्याम चतुर्वेदी, ललित यादव, जगदीश नारायण सिसोदिया, नारायण सिंह राठौड़, शैलेंद्र सिसोदिया, मनोज चौहान, राजेंद्र शिर्के, आनंद पंचोली, ईश्वर सिंह असलावदा, प्रशाल पण्ड्या, वीरेन्द्र पाटीदार सहित पत्रकार गण उपस्थित थे।
अतिथि परिचय मुकेश शर्मा ने व स्वागत भाषण प्रकाश पोरवाल ने दिया। आभार कृष्णराज सिंह सिसौदिया ने माना। उक्त जानकारी संस्था प्रबंधक धर्मेंद्र शर्मा ने दी।