परनानी के घर जा रहे थे, कैमरों से मिला सुराग
उज्जैन, अग्निपथ। मामा के घर से बुधवार सुबह 2 मासूम भाई-बहन लापता हो गये। पुलिस खबर मिलते ही तलाश में लग गई। पांच घंटे बाद कैमरों की मदद से दोनों को जीरो पाइंट ब्रिज के पास से बरामद कर लिया गया।
ढांचा भवन में मामा के घर आये मासूम भाई बहन दिव्या (7) और चेतन पिता कालू (5) सुबह 9 बजे अचानक लापता हो गये। मामा-मामी को दोनों दिखाई नहीं दिये तो उनकी तलाश शुरु की गई। क्षेत्र में नहीं मिलने पर चिमनगंज थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मासूम भाई-बहन की तलाश में निकल पड़ी और क्षेत्र में लगे कैमरों के फुटेज खंगाले। दोनों हाथ पकडक़र जाते दिखाई दिये।
टीआई जितेन्द्र भास्कर ने फुटेज के आधार पर दोनों को लो किया और जीरो पाइंट ब्रिज तक जा पहुंचे। दोनों पंवासा की ओर पैदल जाते दिखाई दिये। उन्होने रोका गया और प्यार से दुलारते हुए थाने लाये। मासूमों के माता-पिता और परिजन थाने पहुंच गये थे। पूछताछ में मासूम दिव्या ने बताया कि मामा के घर अच्छा नहीं लग रहा था। वह मक्सीरोड पर गांव में रहने वाले परनाना के घर जा रहे थे। दोनों को परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
पुलिस के अनुसार मासूमों के माता-पिता मजदूरी करते है। जिसके चलते दोनों को मामा के घर छोड़ा था। पांच घंटे में मासूमों को खोज निकालने में टीआई जितेन्द्र भास्कर, प्रधान आरक्षक आशुतोष नागर, दिनेश बैस, शैलेष योगी, श्यामवरण और सैनिक चंदन की भूमिका रही।