सेवानिवृत्त हुई कमलाबाई फिर से तिलक रक्षासूत्र काउंटर पर पदस्थ
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कुछ दिन पहले सेवानिवृत्त हुई मंदिर समिति कर्मचारी कमलाबाई को उसकी सेवा और ईमानदारी को देखते हुए एक बार फिर कार्य करने का मौका मंदिर प्रबंध समिति ने प्रदान किया है। सेवानिवृत्ति के तीसरे ही दिन उनको फिर से नौकरी पर रख लिया गया। हालांकि यह नौकरी उनको आऊटसोर्स से प्रदान की गई है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में 30 अप्रैल को मंदिर समिति की सेवा से सेवानिवृत्त हुई कमलाबाई को प्रशासक गणेश कुममार धाकड़ ने उनके द्वारा दी गई उत्कृष्ट सेवाओं के लिये धन्यवाद दिया था। साथ ही यह भी कहा था कि, आगन्तुक दर्शनार्थी की सेवा में जिनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा हम उन्हें आगे भी प्रोत्साहित करेंगे। श्रीमती शर्मा ने मंदिर के प्याऊ, अन्नक्षेत्र, धर्मशाला सहित अनेक अवसर पर सेवाएं दी थीं।
आऊटसोर्स से सेवा का मौका दिया
तीन दिन बाद ही कमलाबाई को एक बार फिर से सेवा का मौका दिया गया। उनको मंदिर की आऊटसोर्स से भर्ती करने वाली कंपनी केएसएस कंपनी के द्वारा भर्ती कर लिया गया। पूर्व में उनसे प्याऊ पर कार्य करवाया गया और अब उनको तिलक रक्षासूत्र काउंटर पर पदस्थ किया गया है।
दोनों कर्मचारियों को पकड़वाया था
कमलाबाई ने सेवानिवृत्ति के दौरान तिलक रक्षासूत्र काउंटर पर बैठे मंदिर समिति और पंडितों का काला चि_ा मंदिर प्रशासक के सामने रख दिया था। बताया जाता है कि इसके बाद ही मंदिर प्रशासक ने तिलक रक्षासूत्र काउंटर पर छापामार कार्रवाई करते हुए मंदिर समिति के कर्मचारी गोपाल जोशी और संतोष पाठक की जेब से 1300 रुपए बरामद किए थे। इसके बाद दोनों को मंदिर समिति से बर्खास्त कर दिया गया था। ज्ञात रहे कि कमलाबाई तिलक रक्षासूत्र काउंटर पर अपनी सेवाएं दी चुकी थीं। उनको यहां के सारे क्रियाकलापों की जानकारी थी।