उज्जैन, अग्निपथ। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा इन दिनो जिला प्रशासन के सहयोग से श्री राम कथा साहित्य मे वर्णित वनवासी चरित्रो पर आधारित विशिष्ट प्रस्तुतियो का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से सामाजिक समरसता का वातावरण निर्मित हो इसीलिए रंग संस्था कला चौपाल द्वारा निषादराज गुहा और भगवान श्री राम की मैत्री पर आधारित प्रस्तुति का मंचन त्रिवेणी कला संग्रहालय सभागार उज्जैन मे किया गया।
इस आयोजन की शुरुआत मांझी आदिवासी पंचायती समाज के प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। प्रस्तुति के दौरान संस्था कला चौपाल की प्रतिभाओं द्वारा भगवान श्री राम की निषादराज से भेंट, श्री राम का केवट से गंगा पार पहुंचाने का आग्रह, केवट द्वारा श्रीराम के पैर पकडऩे के साथ ही गंगा पार करवाने पर भेंट लेने से इंकार करने और केवट को भवसागर से पार कराने की बड़ी ही अच्छी प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा पर किए जा रहे इस आयोजन की मैं प्रशंसा करता हूं, क्योंकि ऐसे आयोजनो से ही वास्तविकता मे न सिर्फ सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवा पीढ़ी को भी भगवान निषादराज और भगवान श्री राम की मैत्री के साथ ही नि स्वार्थ भक्ति का भी अलख जगेगा।
त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागार मे भगवान श्री राम और निषादराज की मित्रता के सुंदर प्रसंगों का मंचन करने के साथ ही श्री राम के वनवास जाते समय निषादराज के श्री राम के प्रति सेवाभाव और रामायण बहुचर्चित प्रसंगों में प्रमुख केवट प्रसंग के मनोहारी दृश्यों का मंचन करने वाले सभी कलाकारों का एवं संस्था कला चौपाल के प्रमुख विशाल सिंह कुशवाह का मांझी आदिवासी पंचायती समाज प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा खेमचंद्र रायकवार, सोमेश रायकवार, गोपाल रायकवार, चिंतामण रायकवार, अजय पारिया, आरती पारिया, रामचरण रायकवार, बालमुकुंद बाथम, अक्षय रायकवार, राजू रायकवार, राकेश रायकवार समाजजनो द्वारा साफा बांधकर व भगवान निषादराज जी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।