उज्जैन, अग्निपथ। पांच साल में पैसा डबल देने का झांसा देकर चिटफंड कंपनी जीएनडी इंडिया ने कई लोगों से लाखों रुपये जमा कर लिये। जब पैसा लौटाने की बारी आई तो भाग निकले। 2 युवको ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की पांच साल बाद शिकायत दर्ज कराई है।
महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि वर्ष 2012 में देवासरोड पर संचालित होने वाले जीएनडी इंडिया लिमिटेड कंपनी का एजेंट सुनील उर्फ नीरज यादव ग्राम सदावल पहुंचा था। उसने धर्मेन्द्र पिता सेवाराम यादव और उसके साथी रामप्रसाद डाबी को कंपनी के बारे में बताया और पांच साल में पैसा डबल देने की बात कहीं। धर्मेन्द्र ने 99 हजार और रामप्रसाद ने 70 हजार रुपये सुनील के माध्यम से कंपनी में जमा करा दिये। 2017 में पैसा डबल होने पर दोनों कंपनी के आफिस पहुंचे तो पता चला कि कंपनी सैकड़ो लोगों से लाखों रुपये जमा करने के बाद भाग चुकी है।
दोनों ने एजेन्ट सुनील से पैसा लौटाने की बात कहीं। वह कई दिनों तक दोनों को झांसा देता रहा। कुछ माह पहले वह भी भाग निकला। धर्मेन्द्र ने मामले की शिकायत आवेदन देकर दर्ज कराई। मामले की जांच के बाद सोमवार रात पुलिस ने जीएनडी इंडिया लिमिटेड कंपनी के खिलाफ धारा 406, 420, 34 का प्रकरण दर्ज किया है।
एसआई गोपालसिंह राठौर ने बताया कि धर्मेन्द्र के साथ रामप्रसाद के बयान दर्ज किये गये है। एजेंट की तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद कंपनी के कर्ताधार्ताओं के संबंध में जानकारी ली जाएगी। एसआई राठौर ने बताया कि कंपनी का हेड़ आफिस जयपुर में होना सामने आया है। कंपनी ने शहर में कई नाम से चिटफंड कंपनियां खोली थी। कंपनी से जुड़ा एक मामला पूर्व में भी माधवनगर थाने पर दर्ज हो चुका है।