उज्जैन, अग्निपथ। कर्मचारी राज्य बीमा सेवा देसाई नगर में आगजनी की घटना पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल की वजह यह है कि केन्द्र प्रभारी ने अपनी मौजूदगी में आग लगवाई। जिसमें पुराने दस्तावेज और दवाईया भी जलवा दी। जिसकी शिकायत कलेक्टर को भी हुई है।
शिकायतकर्ता मयूर जाटवा ने कलेक्टर आशीषसिंह को लिखित में शिकायत की है। घटना 26 से 28 अप्रैल के बीच की है। केन्द्र प्रभारी डॉ. संजीव श्रीवास्तव की मौजूदगी में अस्पताल के रिकार्ड को जलाया गया। शिकायतकर्ता के अनुसार कपड़े में बंधे करीब 100 पुलिंदे जलाये गये है। इसके अलावा बहुत सारी दवाईयों के पैकेट भी जलाये गये। नतीजा … स्थानीय रहवासियों में आगजनी की इस घटना को लेकर शक खड़ा हो रहा है। चर्चा है कि कोई बड़ा घोटाला दबाने के लिए दस्तावेज व दवाईयां जलाई गई है।
अनुपयोगी सामग्री जलाई…
इस मामले को लेकर जब केन्द्र प्रभारी डॉ. संजीव श्रीवास्तव को फोन किया गया। तो उनका कहना था कि अनुपयोगी व अपठनीय दस्तावेज, अनुमति लेकर जलाये गये है। पिछले 3 साल का महत्वपूर्ण रिकार्ड सुरक्षित है।
मुझे पता नहीं …
इधर इस घटना को लेकर क्षेत्रीय संचालक कार्यालय इंदौर के मुखिया डॉ. नटवर शारदा को फोन किया गया। दस्तावेज व दवाई जलाने की जानकारी दी गई। तो उनका कहना था कि … मुझे कुछ पता नहीं है।
शक …
पुराने रिकार्ड के साथ दवाएं भी जलाई गई। जिसको लेकर शक है कि … यह दवाएं वहीं है। जो कि बिना मांग पत्र के भेजी गई थी। इनका भुगतान केन्द्र से करवाया जाता है। संचालक स्तर से यह सारा खेल होता है। पुरानी दवाओं को इसीलिए नष्ट करवाया गया, ताकि फिर से दवाएं भेजी जा सके।