भीड़ होने की दशा में व्यवस्था में हो सकता है परिवर्तन, सामान्य श्रद्धालुओं ने व्यवस्था को सराहा
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में अब प्रतिदिन मंगलवार से शुक्रवार भगवान महाकाल के गर्भगृह से सामान्य श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। भीड़ होने की स्थिति में व्यवस्था लागू नहीं की जा सकेगी। लेकिन इस व्यवस्था के कई दिनों पूर्व से लागू हो जाने के कारण सामान्य श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल का स्पर्श प्राप्त हो रहा है। जिसके चलते वे अभिभूत होकर मंदिर प्रशासन की धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं।
लोकसभा सांसद अनिल फिरोजिया की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा की बैठक सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में चल रहे विकास कार्यों एवं दर्शन व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गयी । श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर के आंतरिक व बाहरी परिसर में बृहद स्तर पर चल रहे निर्माण कार्यों के चलते श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्तमान में दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन किये गये है।
प्रशासक धाकड़ ने बताया कि, सांसद फिरोजिया की मंशानुसार पूर्व से ही मंगलवार से शुक्रवार तक भीड़ की स्थिति को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं को दोपहर 1 से 4 बजे तक गर्भगृह में नि:शुल्क प्रवेश दिया जा रहा है। जिससे श्रद्धालुओं में उत्साह दिखायी दे रहा हैं। साथ ही भगवान श्री महाकालेश्वर का स्पर्श पाकर वे स्वयं को भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।
परिवर्तित दर्शन व्यवस्था
ज्ञात हो कि, सामान्य श्रद्धालु बड़ा गणेश मंदिर के सामने से लाईन में लगकर 4 नम्बर द्वार से मंदिर में प्रवेश कर विश्राम धाम, मार्बल गलियारा , मंदिर परिसर से कार्तिकेय मंडपम् की रैम्प से नीचे उतर कर गणपति मंडपम् के बैरिकेट्स से श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर निर्गम रैम्प से मंदिर परिसर में 5 नंबर द्वार से प्रस्थान कर रहे हैं।
प्रोटोकाल, टिकटधारियों का प्रवेश निर्माल्य द्वार से
इसी प्रकार प्रोटकाल श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासनिक कार्यालय के सामने फेसिलिटी सेन्टर से प्रवेश कर, निर्माल्य द्वार से सूर्यमुखी हनुमान की सीढिय़ों से सभामण्डप, काले गेट से होकर गणपति मण्डपम् के बैरिकेट्स से श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन कर पुन: उसी मार्ग से निर्गम की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।