रिमांड के बाद जैन को थाने ले जाती चिंतामण पुलिस।
शुभम् खंडेलवाल सुसाइड केस: दूसरा आरोपी गिरफ्त से दूर
उज्जैन,अग्निपथ। करीब सवा महीने पहले हुए ठेकेदार शुभम खंडेलवाल आत्महत्या केस का आरोपी उपयंत्री नरेश जैन सोमवार को कोर्ट में पेश हो गया। हाईकोर्ट के आदेश पर सरेंडर हुए जैन को चिंतामण पुलिस ने पांच दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस को अब उपयंत्री संजय खुजनेरी की तलाश है।गीता कॉलोनी निवासी निगम ठेकेदार खंडेलवाल के आत्महत्या केस के आरोपी नगर निगम उपयंत्री खुजनेरी व जैन ने हाईकोर्ट में धारा 38 के तहत अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था। कोर्ट ने 8 अक्टॅूबर को उन्हें 15 दिन में स्थानीय कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए थे। नतीजतन सोमवार को उपयंत्री जैन अष्टम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अरविंद रघुवंशी के समक्ष पेश हो गए। उनके वकील विवेक शर्मा ने जमानत के लिए आवेदन भी दिया, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। तत्पश्चात टीआई महेंद्र मकाश्रे ने जैन को 24 अक्टूॅबर तक के लिए रिमांड पर ले लिया। याद रहे एक आरोपी तन्यम बधेका उर्फ चीनू को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है। पुलिस को अब मुख्य आरोपी उपयंत्री खुजनेरी की तलाश है।
इंजीनियर बने इनामी आरोपी
खंडेलवाल 9 सिंतबर को बडऩगर रोड पर सल्फॉस खाने के बाद कार सहित आयशर में घुस कर जान दे दी थी। उसके सुसाइड नोट व परिजनों के बयान से पता चला था कि खुजनेरी व जैन उसे बिल पास करने के लिए मोटा कमीशन मांगकर प्रताडि़त कर रहे थे। चीनू मदद कर रहा था। पुलिस ने तीनों पर केस दर्ज कर दिया था। दोनों उपयंत्री के फरार होनेे पर एसपी मनोजसिंह ने 5-5 हजार रुपए इनाम घोषित कर दिया था। निगमायुक्त ने उन्हें निलंबित कर दिया था। दोनों जमानत के लिए हाईकोर्ट पहुंचे थे।
अब आएगा सच सामने
पुलिस ने आत्महत्या की सही वजह पता लगाने के लिए उपयंत्री जैन को रिमांड पर लिया है। पुलिस अब जैन से घटनास्थल की तस्दीक करेगी। उसके घर से मोबाइल जब्त करने के बाद खंडेलवाल को आवंटित टेंडर उसके बकाया बिल व खुजनेरी के संबंध में पूछताछ करेगी।
शिल्के केस के आरोपियों का सुराग नहीं
अभिषेक नगर निवासी फोटोग्राफर नीलेष शिल्के सुसाईड केस में पुलिस ने आरोपी विजय पटेल को जेल भेज दिया, लेकिन मुख्य आरोपी पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष दिग्विजयसिंह चौहान, रणदीप मक्कड़, अतुल गेहलोत, समीर व कमल को पुलिस अब तक नहीं तलाश पाई है, जबकि पांचों पर इनाम भी घोषित है। याद रहे शिल्के ने आरोपियों से ब्याज पर रुपए उधार लिए थे, ब्याज सहित लौटाने के बाद भी सभी उसे वसूली के लिए प्रताडि़त कर रहे थे, जिसके कारण उसने जान दे दी थी।