वैदिक शोध संस्थान के 85 छात्रों की परीक्षा नहीं हो पाई, घर भी नहीं जा पाये

ग्रीष्मकालीन अवकाश भी नहीं मिला, 15 जून को होगी परीक्षा

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान आवासीय विद्यालय में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को उनकी परीक्षा का इंतजार है। परीक्षा नहीं होने के कारण अन्य प्रदेश से आए विद्यार्थी अपने घर भी नहीं जा पा रहे हैं। संस्थान प्रभारी का कहना है कि संस्कृत बोर्ड भोपाल में परीक्षा कार्यक्रम तय किया है अभी परीक्षा 15 जून तक संपन्न हो जाएगी।

महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित किए जाने वाले श्री महाकालेश्वर वैदिक शिक्षा एवं शोध संस्थान का संचालन चिंतामन जवासिया स्थित मंदिर समिति के भवन में किया जाता है। यहां पर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों से विद्यार्थी संस्थान में ही रहकर कक्षा 1 से 12 वीं तक अध्ययन करते हैं।

घर नहीं जा पा रहे हैं बच्चे

संस्थान में अभी तक कक्षा छठी और सातवीं की लोकल परीक्षा होने से दोनों परीक्षा संचालित हो चुकी हैं। दोनों कक्षा में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी उसे मनाने अपने घर जा चुके हैं। वही कक्षा पांचवी और कक्षा 8 तक कक्षा 12वीं तक के 55 विद्यार्थी परीक्षा नहीं होने के कारण संस्थान में ही रह रहे हैं। बताया जाता है कि पूर्व में संस्थान द्वारा संचालित पाठ्यक्रम की परीक्षाएं 15 मई तक संपन्न हो जाती थीं। परीक्षा होने के बाद यहां के बच्चे भी अवकाश में अपने घरों को चले जाते हैं। इस बार परीक्षा आयोजित होने में देरी होने के कारण बच्चे अपने घर नहीं जा सके हैं।

ग्रीष्मकालीन अवकाश नहीं मिलेगा

संस्थान द्वारा परीक्षा कराने की तैयारी कर ली गई है। 15 जून तक परीक्षा संपन्न होगी। परीक्षा संपन्न होते ही नया सत्र शुरू होगा। वैदिक प्रशिक्षण संस्थान में अध्ययनरत बच्चों के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इस बार परीक्षा देर से होने के कारण परीक्षा 15 जून तक संपन्न होगी। शासन के निर्देश पर 15 जून से नए शिक्षा सत्र प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में अन्य राज्यों से आए बच्चों की ग्रीष्मकालीन अवकाश संस्थान में रहने से ही संपन्न हो जाएगी।

मंदिर समिति का नि:शुल्क आवासीय विद्यालय

श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के अन्य प्रकल्प के साथ ही वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान का संचालन मंदिर समिति द्वारा किया जाता है। यहां पर संस्कृत विषय के साथ कक्षा 1 से बारहवीं तक अध्ययन करने की सुविधा है। देश के अन्य राज्यों से विद्यार्थी संस्थान में रहकर ही अध्ययन करते हैं। समिति द्वारा विद्यार्थियों को रहने भोजन आदि की व्यवस्था रहती है। वही अध्ययन सामग्री भी संस्थान द्वारा दी जाती है।

वैदिक शोध संस्थान के प्रभारी डॉ. पीयूष त्रिपाठी का कहना है कि इस बार परीक्षा में विलंब जरूर हुआ है लेकिन परीक्षा कराने का निर्णय संस्कृत संस्थान भोपाल से ही तय होता है। इस बार परीक्षा कार्यक्रम तय हो गया है। कक्षा पांचवी और कक्षा आठवीं से 12वीं तक की परीक्षा 15 जून तक संपन्न हो जाएगी।

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