विष्णु सागर के द्वितीयक तालाब का पुनर्जीविकरण
उज्जैन, अग्निपथ। पिछले 1 माह से विष्णु सागर के द्वितीयक तालाब में उज्जैन नगर निगम और एनवायरमेंटलिस्ट फाउंडेशन इंस्टिट्यूट द्वारा तालाब का गहरीकरण और सौंदर्यकरण कार्य किया जा रहा है। विशेष बात यह है की इस तालाब में गहरीकरण के दौरान भगवान विष्णु जी की पुरातात्विक मूर्तियां पाई गई है। हाल ही में भारत सरकार द्वारा अमृत सरोवर अभियान की घोषणा की गई थी। अमृत सरोवर अभियान के अंतर्गत देश में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जो तालाब मृत अवस्था में पहुंच गए हैं ऐसे तालाबों का गहरीकरण करवा कर उन तालाबों की जल संचयन क्षमता बढ़ाई जाने की कोशिश की जाए। इन तालाबों की परीसीमा में आने वाले जलीय इकाइयों का जलस्तर बढ़ाया जा सके।
उज्जैन नगर पालिका निगम द्वारा अमृत सरोवर अभियान के अंतर्गत ईएफआई संस्था के साथ जुडक़र मध्य प्रदेश का पहला अमृत सरोवर निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है। यह अमृत सरोवर विष्णु सागर के आसपास के क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ी सौगात लेकर आएगा। इस सरोवर की 20000 क्यूबिक मीटर यानी 2 करोड़ लीटर पानी संचयन क्षमता बढ़ेगी, साथ ही बारिश के दिनों में जल संवर्धन 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा और यह सरोवर सच में अमृत सरोवर जैसा कार्य करेंगा।
ईएफआई संस्था द्वारा इस तालाब में विचरण करने वाले पंछियों का सर्वे किया गया है। ईएफआई एवं नगर पालिक निगम उज्जैन इस अमृत सरोवर के आसपास हरियाली तथा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मनोरंजन हेतु उद्यान निर्माण कर इस तालाब का सौंदर्य बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। इस सरोवर में फाउंटेन लगाकर इस तालाब की बीओडी तथा सीओडी, यानी बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड और केमिकल ऑक्सीजन डिमांड को अच्छा करने की कोशिश की जाएगी ताकि जलीय जीव जंतु तथा मछलियों का इनमे वास हो सके। यह अमृत सरोवर शहर को सही तरीके से वाटर प्लस बनाएगा।