उज्जैन, अग्निपथ। मक्सीरोड़ स्थित पाटपाला गांव में रहने वाला एक युवक 19 मई से लापता है। परिवार के लोगों का कहना है कि उसे घर से कुछ पुलिसकर्मी उठाकर अपने साथ ले गए है। इस युवक के जाने के बाद से ही उसका परिवार लगातार थाने के चक्कर लगा रहा है लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पा रहा है।
पाटपाला गांव में रहने वाले ताराचंद का बड़ा बेटा आकाश लापता है। आकाश मेडिकल स्टोर पर काम करता है। 19 मई की रात उसके घर कुछ पुलिसकर्मी पहुंचे। इन्होंने आकाश को अपने साथ लिया और घर वालों को बताया कि उसे 10 मिनिट बाद कुछ पूछताछ कर छोड़ देंगे। इनमें से दो सादी ड्रेस में थे जबकि बाकी ने वर्दी पहन रखी थी। यह घटनाक्रम रात करीब 8 बजे का है।
आकाश के चले जाने के कुछ देर बाद ही उसके पिता पंवासा थाने पर पहुंचे। यहां उन्हें पता चला कि पंवासा थाने से तो कोई पुलिसकर्मी पाटपाला में गया ही नहीं था। पिछले तीन दिनों से आकाश के पिता ताराचंद, उसकी मां रेखा और भाई पंवासा थाने के 10 से ज्यादा चक्कर काट चुके है। इन्हें कहीं आकाश का पता नहीं चल सका। शनिवार को परिवार के सारे लोग एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। आकाश के पिता ताराचंद ने एसपी को पूरी घटना की जानकारी दी।
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने भी पंवासा थाना प्रभारी से बात की लेकिन उन्हें भी आकाश के नदारद होने की जानकारी नहीं है। आकाश की मां रेखाबाई ने बताया कि एसपी सत्येद्रकुमार शुक्ला ने इस परिवार को भरोसा दिलाया है कि आकाश जहां कहीं होगा, उसे सुरक्षित घर भिजवा दिया जाएगा।
आकाश की मां ने बताया कि उनका बेटा किसी अपराध में भी वांछित नहीं है, उसका कोई क्रिमिनल रिकार्ड भी नहीं है। अमूमन पुलिस जब भी किसी केस में किसी वांछित अपराधी को हिरासत में लेती है तो कम से कम उसके परिवार को इसकी जानकारी दे दी जाती है। इसके अलावा अपराधी को हिरासत में लिए जाने के 24 घंटे के भीतर उसे कोर्ट में पेश भी कर दिया जाता है। इस मामले में न तो आकाश के अपराध की जानकारी परिवार वालों को दी गई और न ही उसे किसी कोर्ट में पेश किया गया। इसी वजह से परिवार आशंकित है, उन्हें डर है कि आकाश के साथ कहीं कोई अनहोनी न हो गई हो।