डीवीडी वार्ड में लगी वाटर कूलिंग मशीन खराब, सुधरवाने की जहमत नहीं उठा रहा अस्पताल प्रशासन
उज्जैन, अग्निपथ। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल के हालत यह हैँ कि यहां पर मरीजों के परिजनों को गर्मी के इस दौर में ठंडा पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। पुराने लगे वाटर कूलरों की समय पर मरम्मत नहीं कराए जाने से वे खराब पड़े हुए हैं।
ऐसे में मरीजों के परिजनों को ओपीडी के बाहर बने प्याऊ पर जाकर अपने कंठ तर करना पड़ रहे हैं। जिला अस्पताल प्रशासन के पास ऐसे इलेक्ट्रिशियन भी हैं जो कि एसी से लेकर सभी मशीनों का संधारण करते हैं। लेकिन अनदेखी के चलते मजबूरी में जिला अस्पताल के मरीजों को इधर उधर से ठंडे पेयजल की व्यवस्था करना पड़ रही है।
जिला अस्पताल के डीवीडी वार्ड के पास एक वाटर कूलिंग मशीन रखी हुई है। जिसका मुंह बाहर की ओर नहीं होकर दीवार की ओर है। लिहाजा बंद पड़े होने के कारण मरीजों के परिजनों को अस्पताल परिसर में स्थित प्याऊ पर जाकर पेयजल लाना पड़ रहा है। यह हाल केवल एक वार्ड का नहीं है। अमूमन पूरे अस्पताल में वाटर कूलिंग मशीन के अते पते नहीं है। संभाग का सबसे बड़े अस्पताल का गौरव हांसिल करने वाले इस अस्पताल में ठंडे पेयजल की समस्या बड़ी गंभीर है।
चरक में बैठते हैं एसी सुधारने वाले
चरक अस्पताल में ऐसे तकनीशियन भी बैठते हैं, जिनको एयर कंडीशन्ड का पूरा अनुभव है। तकनीशियन नरेन्द्र शर्मा चरक अस्पताल की एयर कंडीशन्ड व्यवस्था संभालते हैं। इसके साथ ही आक्सीजन प्लांट को चलाने की पूरी व्यवस्था भी इनके ही पास है। तो फिर आखिरकार पुराने बंद वाटर कूलर मशीनों को अभी तक इनसे सुधरवाया क्यों नहीं गया है।