अन्य पिछड़ा वर्ग का बढ़ गया एक वार्ड, 54 में से 25 अनारक्षित,15 ओबीसी
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में अगला महापौर अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग से ही होगा। बुधवार को भोपाल में पूरी की गई महापौर पद की आरक्षण प्रक्रिया के दौरान यह निर्णय हुआ है। इसके अलावा उज्जैन नगर निगम के 54 वार्डो में भी बुधवार को अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की प्रक्रिया को पूरा किया गया। नए नियम के हिसाब से उज्जैन में पिछले बोर्ड के मुकाबले अन्य पिछड़ा वर्ग को एक वार्ड अधिक मिल गया है। वार्ड नंबर 29 सामान्य महिला से बदलकर अब पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हो गया है।
उज्जैन नगर निगम सहित मध्यप्रदेश की 16 नगर निगमों और अन्य निकायों के चुनाव पिछले करीब 2 साल से टाले जाते रहे है। अब जबकि सुप्रीम कोर्ट ने अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के साथ ही निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने का निर्णय दे दिया है लिहाजा सभी निकायों और पंचायतों में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई।
बुधवार को ही राज्यशासन ने महापौर चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराने का अध्यादेश भी जारी किया। इस अध्यादेश के जारी होने के तत्काल बाद भोपाल में नगर निगमों में महापौर का पद आरक्षित करने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई। उज्जैन महापौर का पद अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है। बुधवार दोपहर कोठी पैलेस स्थित बृहस्पति भवन में उज्जैन के 54 वार्डो में भी अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी की गई।
शहर के 54 वार्डो में अब 15 वार्ड पिछडा वर्ग के लिए आरक्षित होंगे, इनमें से 8 वार्ड पिछड़ा वर्ग महिला और 7 वार्ड पिछड़ा वर्ग पुरूष अथवा महिला के लिए आरक्षित हो गया है। 54 में से 25 वार्ड अनारक्षित श्रेणी के रहेंगे। इनमें से 12 पर अनारक्षित महिलाएं चुनाव लड़ सकेंगी। नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता और एसडीएम जगदीश मेहरा की मौजूदगी में पूरी की गई ओबीसी आरक्षण की प्रक्रिया के दौरान भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य दलों से जुड़े नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस नेताओं से हुई अधिकारियों की बहस
बृहस्पति भवन में वार्ड आरक्षण के दौरान एसडीएम जगदीश मेहरा ने चक्रानुक्रम में वार्डो की स्थिति बदलने की घोषणा की। इसके लिए साल 2005 को आधार वर्ष बनाया गया। कांग्रेस नेत्री माया राजेश त्रिवेदी और रवि राय ने इस पर आपत्ति ली। दोनों का कहना था कि चक्रानुक्रम पद्धति से 2005 को आधार वर्ष नहीं बनाया जा सकता है। पिछली बार आरक्षण की जो स्थिति थी, उसके मुताबिक चक्रानुक्रम होना चाहिए।
जानिए वार्ड आरक्षण की ताजा स्थिति
पिछड़ा वर्ग पुरुष- वार्ड क्रमांक 02 ,03 ,16,18, 24, 28 व 46
महिला पिछड़ा वर्ग वार्ड- वार्ड क्रमांक 04,11,14,15, 26, 27, 42 व 49
अनारक्षित महिला- वार्ड क्रमांक 19, 22, 25, 30, 31, 32, 36, 44, 47, 48, 50, 51 व 52
अनारक्षित- वार्ड क्रमांक 05,06, 07, 09, 10, 12, 13, 21, 29, 34, 35 व 38