संतों के विवाद में नया मोड़, महंत रामेश्वरदास ने किया खेद व्यक्त, बैठक का वीडियो और पीडि़ता से चर्चा के आडियो वायरल
उज्जैन,अग्निपथ। महंत रामेश्वरदास व महामंडलेश्वर ज्ञानदास के बीच चल रहे विवाद में गुरुवार को नया मोड़ सामने आया। छेड़छाड़ के आरोप में फंसे महंत की पीडि़त कथावाचिका ने संतों के सामने सच्चाई उजागर कर दी। वहीं आरोप को साजिश बताने वाले महंत को पूर्व में दिए बयान को झूठा बताते हुए खेद व्यक्त करना पड़ा। घटना के वायरल वीडियो की लोगों में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।
सर्वविदित है 24 मई को दादू संप्रदाय के महामंडलेश्वर ज्ञानदास का एक कथावाचिका से शादी करते फोटो व प्रमाण पत्र वायरल हुए थे। बाद में कथावाचिका ने षड्दर्शन अखाड़े के महंत व संत समाज अध्यक्ष रामेश्वर दास के खिलाफ नीलगंगा थाने में छेड़छाड़ की शिकायत की थी। बदले में महंत ने दावा किया था कि आरोप लगाने वाली उनकी बेटी जैसी है। उन्होंने 11 अक्टूॅबर 2021 उसकी चिंतामण गणेश मंदिर में महामंडलेश्वर से शादी करवाकर कन्यादान किया था। भक्त उनकी सेवा न छोड़ दे इसलिए बात उजागर नहीं की।
यह भी कहा था कि महामंडलेश्वर की पहली पत्नी ओकारेंश्वर निवासी साध्वी साधनादास ने आश्रम बेचने का पता चलने पर कथावाचिका की शादी के प्रमाण वायरल किए है। मामले में दोनों पक्षों के समझौते के लिए महंत के आश्रम में संतों की बैठक हुई,जिसमें पीडि़ता महंत पर जमकर बरसी। इसी के बाद महंत ने पूर्व में दिए बयान को वापस लेते हुए खेद व्यक्त कर दिया।
विवाद की जड़ खत्म
गऊघाट स्थित हनुमान मंदिर काफी समय से पुजारी नहीं था। कलेक्टर ने विशालदास को पुजारी नियुक्त किया था। बावजूद मंदिर की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर शनि मंदिर बना दिया। अवैध कब्जेधारियों को ज्ञानदास का समर्थन था। रामेश्वर दास जमीन से कब्जे की शिकायत की थी। इसी बीच आरोपों का दौर चलने के बीच प्रशासन ने मंदिर का अतिक्रमण हटा दिया।
पीडि़ता के आरोप
समझौते को लेकर हुई बैठक का वीडियो वायरल हुआ है,जिसमें पीडि़ता संतों के सामने महंत पर आरोप लगा रही है। दावा कर रही है कि महंत उससे द्रोपती व चंद्रमा की घटना सुनाकर व अश्लील बात करते थे। उसने महंत द्वारा मोबाइल पर बात के आडियो भी वायरल किए है। याद रहे पीडि़ता खुद को वृंदावन की बताती है,जबकि शादी के प्रमाण पत्र में उनका पता अशोक नगर लिखा है।
यह दी सफाई
ओकारेश्वर की साध्वी साधनादास ने संत समाज महंत की शादी को लेकर आवेदन दिया था। जांच में वह असत्य व निराधार पाए गए। साध्वी व महंत की शादी के बारे में कहे शब्द वापस लेता हूंं। उन्हें मेरे शब्दों से जो ठेस लगी है उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं। – महंत रामेश्वरदास,अध्यक्ष षटदर्शन साधु समाज