उज्जैन, अग्निपथ। शहर कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त अध्यक्ष रवि भदौरिया गुरूवार दोपहर कांग्रेस कार्यालय पर पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण से पूर्व कांग्रेस द्वारा महाकालेश्वर मंदिर से क्षीरसागर के बीच स्वागत रैली निकाली गई।
शहर कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष रवि भदौरिया ने पदभार ग्रहण करने से पहले गुरूवार सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस के स्थानीय बड़े नेताओं के साथ ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए। महाकालेश्वर मंदिर के बाहर से रवि भदौरिया की स्वागत रैली आरंभ हुई। यह रैली गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर, छत्रीचौक, छोटा सराफा, सतीगेट, नई सडक़ होते हुए क्षीरसागर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर पहुंची।
महाकालेश्वर मंदिर से लगाकर पूरे रास्ते पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने स्वागत मंच बना रखे थे। कांग्रेस के झंडे लहराए जा रहे थे, देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे थे। रैली के दौरान पटाखे फोड़े गए। एक खास बात जो इस रैली के दौरान सामने आई वो ये थी कि रवि भदौरिया की स्वागत रैली में कांग्रेस के लगभग सभी गुटों के नेताओं ने स्वागत मंच बनाए थे और सारे ही गुटों के नेता इस रैली में शामिल हुए। उज्जैन में रवि भदौरिया को शहर कांग्रेस की कमान सौंपे जाने के पीछे उद्देश्य भी यहीं था।
लंबे वक्त के बाद कांग्रेस में एकजुटता दिखी
माया राजेश त्रिवेदी का खेमा और इस खेमे के दो मंडल अध्यक्ष शहर कांग्रेस के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखे हुए थे। गुरुवार की रैली में यह पूरा खेमा सक्रिय रहा। चेतन यादव खेमा, अनंत नारायण मीणा खेमा, राजेंद्र वशिष्ठ खेमा भी रैली में सक्रिय रहा। दरअसल, अध्यक्ष पद पर नियुक्ति की घोषणा के साथ ही रवि भदौरिया ने गुटों में बंटे स्थानीय नेताओं के घर-घर जाकर उनसे संपर्क करना शुरू कर दिया था।
सभी को दोबारा एक साथ लाने में वे काफी हद तक कामयाब भी रहे। अब तक के सबसे कम उम्र के नए अध्यक्ष रवि भदौरिया के साथ कांग्रेस के सभी नेताओं के सामने फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती नगरीय निकाय चुनाव में अपनी पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की है। 4 साल से जो संगठन बिखरा हुआ था, उसे न केवल एक करना है बल्कि पार्टी का प्रदर्शन सुधारना भी है और इसके लिए वक्त भी बहुत कम है, ऐसे में रवि भदौरिया के लिए चुनौती बड़ी है।