8 अनारक्षित सीटों पर मौके की उम्मीद
धार, अग्निपथ। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण पर कोर्टबाजी के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के परिप्रेक्ष्य में धार जिला पंचायत के 28 वार्डों में आरक्षण की प्रक्रिया पूर्ण की गई। इस मर्तबा आरक्षण नियम निर्देशों के तहत ओबीसी वर्ग के लिए जिला पंचायत वार्ड में एक भी आरक्षण नहीं मिल पाया है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को जिला निर्वाचन अधिकारी व धार कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने आरक्षण प्रक्रिया में शामिल होने आए दोनों दलों के नेताओं को समझाया। उन्होंने बताया कि किसी वार्ड में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्गों हेतु किया गया आरक्षण 50 प्रतिशत या उससे अधिक है तो अन्य पिछड़े वर्ग के लिए पदों के आरक्षण की कार्रवाई की जाना अपेक्षित नहीं है। जनसंख्या के आधार पर एसटी-एससी वर्ग का कुल आरक्षण 50 प्रतिशत से अधिक हो रहा है।
वार्डों में एसटी-एससी की जनसंख्यावार जानकारी भी बैठक में मौजूद लोगों को दी गई है। इसके बाद वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया करीब साढ़े 3 घंटे की मशक्कत के बाद पूर्ण हो पाई। इसके बाद देर शाम तक जनपद सदस्यों के आरक्षण की कार्रवाई चलती रही। हालांकि जिला निर्वाचन अधिकारी की और से आरक्षण को लेकर अधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की गई है। संपूर्ण समाचार जानकारी मौके पर प्रत्यक्ष मौजूद रहने के दौरान रिपोर्टिंग के तहत है।
इस साल बढ़ गया 1 वार्ड
जिले में जिला पंचायत के करीब 27 वार्ड थे। यहां से जिला पंचायत के सदस्य निर्वाचित होते है। इस वर्ष 1 सीट का बढ़ोतरी हुई है। यह सीट तिरला क्षेत्र में बढ़ी है। दरअसल इस वर्ष तिरला क्षेत्र में वार्ड-11 में से वार्ड 12 का निर्माण किया गया है। इधर पुराने वार्ड 12 को 13 नंबर का नाम दिया गया है। इसी तरह प्रत्येक वार्ड 12 के बाद से 1 नंबर आगे की पहचान लेकर 28 तक बदले है। क्षेत्र वहीं है 12 के बाद से वार्डों का 1 अंक बढ़ गया है। उदाहरण के तौर पर समझते तो जो पहले वार्ड 13 था उसे 14 नाम दिया गया है। यह क्रमांक वार्ड-27 तक जारी है। वार्ड-27 अब 28 हो गया है।
महिलाओं का 50 प्रतिशत आरक्षण
बुधवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर डॉ जैन, जिपं सीईओ केएल मीणा और एडीएम शृंगार श्रीवास्तव की मौजूदगी में जिपं वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया पूर्ण की गई। इस दौरान फ्लीप पद्धति से पुराने आरक्षण के आधार पर महिला आरक्षण किया गया। करीब 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए अलग-अलग वर्ग में आरक्षित की गई है। कलेक्टर डॉ जैन ने बताया कि जिले में 12 विकासखंड अधिसूचित है। वहीं 1 विकासखंड बदनावर गैर अधिसूचित है। जनसंख्या के तहत करीब 18 लाख 930 की आबादी है। इसमें 10 लाख 9387 एसटी वर्ग से है। वहीं 1 लाख 26 हजार 22 एससी वर्ग से है। जनसंख्या अनुपात के आधार पर दो वार्ड एससी वर्ग के लिए आरक्षित किए गए है। वहीं 18 वार्ड एसटी वर्ग के लिए आरक्षित किए गए है। 20 वार्डों के आरक्षण के पश्चात 8 वार्ड अनारक्षित की श्रेणी में रखे गए हैं।
यह वार्ड एसटी वर्ग हेतु आरक्षित
जिला पंचायत वार्ड आरक्षण में एसटी वर्ग के कुल 18 आरक्षित वार्डों में गंधवानी क्षेत्र का वार्ड 22 मुक्त रखा गया है। मुक्त की परिभाषा यह है कि इस सीट पर एसटी वर्ग से महिला या पुरुष कोई भी चुनाव लड़ सकता है। तिरला क्षेत्र का वार्ड-12 महिला आरक्षित रखा गया है। वार्ड 11 को मुक्त रखा गया है। इसी के साथ वार्ड-16 बाग मुक्त किया गया है। डही का वार्ड-18 महिला आरक्षित है। वार्ड-15 बाग महिला आरक्षित है। वार्ड 25 उमरबन अनारक्षित (मुक्त) है। गंधवानी वार्ड 21 महिला आरक्षित है। डही का वार्ड 19 महिला आरक्षित है। धरमपुरी का वार्ड 28 मुक्त है। सरदारपुर का वार्ड 8 महिला आरक्षित है। नालछा का वार्ड-13 महिला, मनावर का वार्ड-24 मुक्त घोषित है। वहीं सरदारपुर का वार्ड-7 में महिला को आरक्षण, बदनावर का वार्ड-1 मुक्त रखा गया है। उमरबन का वार्ड 26 मुक्त रखा गया है। वार्ड-5 को मुक्त रखा गया है एवं कुक्षी का वार्ड-17 महिला आरक्षित किया गया है।
एससी वर्ग के लिए 2 वार्ड आरक्षित
जिपं वार्ड आरक्षण में एससी वर्ग के लिए वार्ड-2 और वार्ड 9 को आरक्षित किया गया है। इसमें वार्ड 2 पर महिला आरक्षण है। वहीं वार्ड 9 मुक्त रहेगा। यहां भी मुक्त वार्ड में एससी वर्ग से महिला-पुरुष दोनों में कोई भी चुनाव लड़ सकत है।
अनारक्षित 8 वार्ड सबके लिए फ्री
जिला पंचायत वार्ड आरक्षण में 20 वार्ड एसटी-एससी वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद सामान्य वर्ग के लोगों के लिए 8 वार्डों से निर्वाचित होकर जिपं सदस्य बनने की उम्मीदें रहेगी। इन वार्डों में ओबीसी वर्ग भी अपने लिए राजनैतिक जमीन बचाए रखने के लिए प्रयास कर सकता है। अनारक्षित इन वार्डों में सामान्य ओबीसी के अतिरिक्त दूसरे समुदाय के लोग भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसमें जिपं के 4 वार्ड सरदारपुर का क्रमांक 6, बदनावर का वार्ड 3, धरमपुरी का वार्ड 27 और धार का वार्ड क्रमांक 10 महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है। इसके अलावा अनारक्षित जिसे मुक्त वार्ड भी संबोधित किया जा रहा है उसमें मनावर का वार्ड-23, बदनावर का वार्ड-4, नालछा का वार्ड-14 व निसरपुर के वार्ड-20 शामिल है।