युवा कांग्रेस के चुनाव परिणाम की विधिवत घोषणा हो चुकी है। इस घोषणा के साथ ही कई नेताओं को सबक भी मिल गया है। उज्जैन जिले की बात की जाए तो यहां पर कई ऐसे युवा चुनाव जीते हैं जो अपने दम पर राजनीति कर रहे हैं।
युवा कांग्रेस के जो नेता चुनाव जीते हैं, उनमें से अधिकांश जमीनी कार्यकर्ता हैं। कुछ-एक को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश युवा मेहनत के बल पर पद प्राप्त कर चुके हैं। वहीं जिन युवाओं के लिए बड़े-बड़े नेता और विधायक लाबिंग कर रहे थे उन्हें इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है।
लोकतंत्र में एक बार फिर मतदाता ने अपनी ताकत साबित कर दी है। जिस तरह से युवा कांग्रेस के चुनाव में नेता पुत्रों को पत्ता साफ हुआ है वह भी एक बड़ा सबक है। कांग्रेस ने चुनाव कराकर कई उन नेताओं का मुंह भी बंद कर दिया है, जो कमोवेश अपने आप को ही कांग्रेस मानकर बैठे हुए थे।
जिस तरह से युवा चुनाव जीत कर आए हैं, आने वाले समय में वह कांग्रेस को एक बार फिर नया मुकाम दिला सकते हैं। वहीं यह सबक नगरीय निकाय के चुनाव पर भी लागू होता है। कांग्रेस जमीनी और लोकप्रिय उम्मीदवार को अवसर दे तो वे चुनाव जीत सकते हैं।