सुनवाई नहीं हुई तो कंपनियों का कर देंगे बहिष्कार
बडऩगर,अग्निपथ। शुक्रवार को मप्र सकल अनाज दलहन महासंघ की बैठक इंदौर में अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल की अध्यक्षता में रखी गई । जिसमें प्रदेश की विभिन्न मंडियों से प्रतिनिधिमंडल के रूप में बड़ी संख्या में व्यापारी एकत्रित हुए और सभी व्यापारियों ने अपनी अपनी समस्या सदन के समक्ष रखी।
बडऩगर से बैठक में भाग लेने वाले ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष व मप्र काबुली चना एसोसिएशन महामंत्री नितेश गोधा ( धर्म उत्साही ) ने बताया कि केंद्र सरकार का हवाला देकर जिन कंपनियों ने गेहूं खरीदा था वे लेने से मना कर रही है, जिससे व्यापारियों को 300/- से 400/- रू प्रति क्विंटल से नुकसान लग रहा है। इस संबंध में सभी व्यापारियों का मत है कि हमने कंपनियों को गेहूं लोकल में बेचा है ना कि एक्सपोर्ट में बेचा है।
महासंघ के समक्ष व्यापारियों ने अपनी समस्याओं का हवाला देते हुए कंपनियों को महासंघ के माध्यम से सूचना पत्र जारी करने एवं व्यापारियों को होने वाले नुकसान से बचाने की बात रखी। वहीं निराकरण नहीं होने की दशा में महासंघ द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाने व कंपनियों द्वारा सुनवाई नहीं की जाने की दशा में उक्त कंपनियों का व्यापार से बहिष्कार किये जाने के बारे में भी चर्चा की गई।
आज आई.टी.सी गेहूं के 3(तीन) वेसल ओर लुइस डेफ एक वेसल भर रही है। तो एक्सपोर्ट कहां बंद हुआ है। कंपनियां व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। मंदी के कारण व्यापारियों का कई हजार करोड़ों का नुकसान हो रहा है । अगर 5 -7 दिन में कंपनियां माल नहीं उठाती है तो उनके खिलाफ प्रदेश के व्यापारी न्यायालय की शरण लेंगे। बैठक में विशेष रूप से शरद अग्रवाल, प्रकाश तल्लेरा, निमेश अग्रवाल, जितेंद्र अग्रवाल, सत्यनारायण राठी, मनीष सेठिया, प्रशांत अग्रवाल, शीतल जैन आदि व्यापारी उपस्थित हुए।