ऐश्वर्य प्रथम-तन्यम को 230 वीं रैंक
उज्जैन, अग्निपथ। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2021 के फाइनल रिजल्ट में उज्जैन के छात्र ऐश्वर्य वर्मा ने पूरे देश में चौथी और पुरुष वर्ग में पहली रैंक हांसिल की है। ऐश्वर्य सहित मध्यप्रदेश की तीन बालिकाएं भी यूपीएससी की फाइनल लिस्ट में टॉप पर है। सोमवार को जैसे ही यूपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ, खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विट कर ऐश्वर्य वर्मा को बधाई दी। इसी तरह उज्जैन के ही तन्मय काले ने भी 230वीं रैंक हासिल कर शहर का नाम गौरवान्वित किया है।
यूपीएससी का सोमवार को आया रिजल्ट शहर के लिए खुशियों भरा रहा। सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा में शहर के दो होनहार ने बाजी मारी है। सफल होकर देश भर में प्रथम स्थान पर रहने वाले युवक को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्वीट कर बधाई दी। वहीं दूसरा भी 230 वीं रैंक लाकर पास हुआ है। दोनों करीब पांच साल तक शौक को दरकिनार करने के बाद इस सफलता पा सके है।
यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया पुरुष वर्ग में पहले और ओवर ऑल में चौथी रैंक हासिल करने वाले ऐश्वर्य वर्मा के पिता बैंक ऑफ बड़ौदा में पदस्थ रहते हुए महानंदा नगर में रहते थे। यहीं पर एश्वर्य ने आठवीं तक पढ़ाई की। पिता का उत्तराखंड ट्रांसफर होने पर गोविंद वल्लभपंत विश्वविद्यालय से बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की शिक्षा हॉसिल की। इस दौरान पिता बरैली रहने लगे और एश्वर्य वर्ष 2017 में दिल्ली जाकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए। उन्होंने पांच साल की मेहनत के बाद यूपीएससी में ऑल इंडिया में चौथी और पुरुष वर्ग में पहला स्थान हांसिल किया है। संभवत: वह अब आईएएस बनेंगे।
चौथे प्रयास में सफलता
बताया जाता ऐश्वर्य वर्ष 2017 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। कोविड के दौरान उज्जैन आकर जुटे रहे। चौथी बार प्रयास करने पर उन्हेंं सफलता मिली है। तैयारी के दौरान दिल्ली में कई बार दोस्तों के साथ घूमने गए, लेकिन फोकस पढ़ाई पर रखा। ऐश्वर्य अपनी सफलता का श्रेय दोस्तों को भी दे रहे है। उनके यूपीएससी क्रेक करने का पता चलते ही सीएम चौहा ने ट्वीट कर बधाई और शुभकामना दी।
स्टेशन मास्टर के बेटे ने बाजी मारी
महेश विहार कॉलोनी निवासी अजय काले रेलवे स्टेशन मास्टर है। उनके पुत्र तन्यम काले ने केंद्रीय विद्यालय में पढ़ाई की। उन्हें 10 वी में 90 और 12 वी में 95 प्रतिशत से ऊपर अंक मिले थे। बाद में स्थानीय गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कालेज में बीई केमिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद 2019 में दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी में जुट गए। दूसरे प्रयास में सिर्फ एक नंबर से चूक गए थे और तीसरे प्रयास में आल इण्डिया 230 वी रैंक प्राप्त कर शहर का नाम गौरवान्वित किया है। फिलहाल दिल्ली में रह रहे तन्यम सफलता का मूल मंत्र पूरी मेहनत से सेल्फ स्टडी करने को मानते है।
बहन से प्रेरणा,शौक से दूरी
तन्मय की सफलता को यूपीएससी की प्रेरणा बड़ी बहन ओजस्वी काले से मिली। बताया जाता है कि ओजस्वी ने 2017 में पीएससी पास करके शहर का नाम किया। उनके छिंदवाड़ा में उद्योग विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के बाद तन्मय ने इंजीनिरिंग के बाद नौकरी ज्वाइन करने की जगह यूपीएससी को लक्ष्य बनाते हुए टीवी, दोस्तों के साथ पार्टी व अन्य कार्यक्रम से दूरी बना ली। आल इंडिया में 230 रेंक मिलने पर वह संभवत: वह आईआरएस अधिकारी के रूप में अपनी सेवा देंगे।