(चित्र -1 जून को मॉर्निग वॉक के दौरान दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाया था)
उज्जैन, अग्निपथ। ख्यात समाजसेवी और बिल्डर सुशील गिरिया का गुरूवार सुबह हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया है। 54 वर्षीय सुशील गिरिया का बुधवार को ही जन्मदिन था। गुरूवार सुबह तक लोग उन्हें जन्मदिन की बधाईयां देते रहे। सुबह सैर से लौटे सुशील गिरिया को घर पहुंचने के बाद सीने में दर्द और घबराहट हुई, परिवार के लोग उन्हें टॉवर चौक स्थित हार्ट हास्पिटल लेकर पहुंचे, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
सुशील गिरिया का परिवार मूल रूप से भाटपचलाना का है, नयापुरा में उनका पेतृक मकान है। पिछले कुछ सालों से वे फ्रीगंज स्थित राजस्व कॉलोनी में निवास कर रहे थे। बुधवार की रात वे दोस्तों के साथ एक समारोह में शामिल हुए। सुबह 6 बजे घर से देवास रोड पर सैर के लिए निकले। सुबह 8 बजे जैसे ही वे घर पहुंचे, उन्हें बैचेनी होने लगी थी।
उज्जैन हार्ट हॉस्पिटल में उनके निधन की सूचना मिलते ही उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, विधायक पारस जैन, फार्मेसी कौंसिल के अध्यक्ष ओम जैन सहित शहर के कई कॉलोनाइजर, बिल्डर और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि पहुंच गए थे।
दोपहर 1 बजे उनकी पार्थिव देह को राजस्व कॉलोनी स्थित निवास पर ले जाया गया। शाम 4 बजे उनकी अंतिम यात्रा आरंभ हुई। अंतिम यात्रा को उनके पेतृक निवास नयापुरा होकर चक्रतीर्थ ले जाया गया। समाजसेवी सुशील गिरिया त्रिस्तुतिक जैन श्री संघ नयापुरा के पूर्व अध्यक्ष और सरंक्षक थे। राजेंद्र सुरी शोध संस्थान में भी सचिव पद पर रहे। स्व. गिरिया के परिवार में 3 बेटे है। पिछले साल कोरोना की संक्रमण की वजह से उनके भाई मोतिलाल गिरिया और कपिल गिरिया का निधन हो चुका है।