विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष ने छोड़ी कांग्रेस, कहा- कांग्रेस में दूर दृष्टि का अभाव
उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम चुनाव अभी ठीक से आरंभ भी नहीं हुए है कि नेताओं द्वारा पार्टी छोड़े जाने के घटनाक्रम शुरू हो गए है। शुक्रवार को उज्जैन विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजमोहन गेहलोत ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। गेहलोत की नाराजगी की वजह तराना विधायक महेश परमार को उज्जैन से महापौर प्रत्याशी बनाने को लेकर है। हालांकि इस मुद्दे पर उन्होंने सीधे कोई आरोप नहीं लगाए।
कांग्रेस द्वारा तराना विधायक महेश परमार को उज्जैन में महापौर पद का प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें चल रही है। इसकी फिलहाल कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई है। प्रदेश नेतृत्व की तरफ से महेश परमार के चुनाव लडऩे के संकेत मिलने के बाद शहर कांग्रेस का एक खेमा खासा नाराज हो गया है। इसी खेमे से जुड़े वरिष्ठ नेता और उज्जैन विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजमोहन गेहलोत ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
गेहलोत जिला ग्रामीण कांग्रेस सेवा दल अध्यक्ष और शहर कांग्रेस में महामंत्री रह चुके है। उन्हें दिग्विजय सिंह शासनकाल में उज्जैन विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया था। शुक्रवार को उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को अपना इस्तीफा भेजा। इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस में अब जनहित विरोधी, अलोकतांत्रिक, स्वेच्छाचारी फैसले लिए जाने लगे है। पार्टी नेतृत्व में दूर दृष्टि का अभाव है, लिहाजा मैंने आत्ममंथन कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
कमलनाथ को भेजे पत्र में सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं लिखा गया है लेकिन इशारा साफ है। पत्र में लिखा गया है कि कांग्रेस नेतृत्व ने आगामी निर्वाचन में ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र की सीमाओं को समाप्त करने का काम किया है। शहर के प्रमुख समुदायों को नजर अंदाज किया गया है। कांग्रेस में अब तक ग्रामीण राजनीति करने वाले तराना विधायक महेश परमार को शहर से चुनाव लड़ाने की अटकलें है। ब्रजमोहन गेहलोत का ईशारा इसी तरफ है।
यह भी पढ़ेंः 11 साल के लिए कांग्रेस से बाहर होंगे बगावत करने वाले