कलेक्टर पहुंचे निरीक्षण करने, हादसे कम करने की कवायद
उज्जैन, अग्निपथ। एक महीने की अवधि में 8 लोगों की शिप्रा नदी के गहरे पानी में डूबने से मौत के बाद सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह नगर निगम, राजस्व और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर घाटों का निरीक्षण करने पहुंचे। कलेक्टर ने शिप्रा नदी का जलस्तर रामघाट पर 3 फीट तक कम करने को कहा है।
शिप्रा नदी में पिछले एक सप्ताह में तीन युवकों की मौत हो चुकी है। तीनों ही उज्जैन दर्शन करने आए थे। शिप्रा के घाटों पर गहरे पानी के संकेतक नहीं लगे होने की वजह से ये हादसे हुए हैं। नगर निगम ने भी स्वीकार किया है कि पिछले एक महीने के दौरान शिप्रा नदी में 8 लोगों की पानी में डूबकर मौत हो चुकी है। सोमवार दोपहर कलेक्टर आशीष सिंह रामघाट पर निरीक्षण करने पहुंचे। उनके साथ नगर निगम और जलसंसाधन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। कलेक्टर करीब एक घंटा तक रामघाट पर रुके और यहां की व्यवस्थाओं में जरूरी बदलाव के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।
रामघाट पर बदलेगी व्यवस्था
- रामघाट पर नदी के पानी का लेवल स्थाई रूप से तीन फीट नीचे रखा जाएगा।
- दत्त अखाड़ा क्षेत्र में भी अनाउंसमेंट सिस्टम लगाया जाएगा।
- जल संसाधन एवं नगर निगम द्वारा नदी में बैरिकेटिंग के लिये पोल स्थाई रूप से स्क्रू व नट-बोल्ट से कसे जाएंगे।
- प्रत्येक पोल पर एवं घाट पर बीच-बीच में चेतावनी के लिये साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे।
- होमगार्ड की मदद के लिये स्थानीय तैराक दल के सदस्य भी घाट पर तैनात रहेंगे।
- श्रद्धालुओं से निरन्तर अपील की जाएगी कि वे घाट के फस्र्ट लेंडिंग से ही स्नान करें।
- घाट के नजदीक ही एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी।
- नृसिंह घाट पर पर भी साइन बोर्ड लगाए जाएंगे।