मालखेड़ा के ग्रामीणों की जानी समस्या, माना नहीं हुआ विकास
कायथा, अग्निपथ। क्षेत्र के ग्राम मालखेड़ा में मूलभूत सुविधाओं के अभाव व विकास कार्य न होने से उत्पन्न समस्याओं का हल लंबे समय से नहीं हुआ है। इसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों की चुनाव बहिष्कार की चेतावनी ने रंग दिखाया है। जनपद पंचायत तराना के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्या जानी।
गौरतलब है कि ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के विकास को प्रशासन और जनप्रतिनिधि दोनों नजरअंदाज कर रहे हैं। लगातार हो रही उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने इस बार पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया था। 7 जून को दैनिक अग्निपथ ने मालखेड़ा के ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए चुनाव बहिष्कार का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद गुरुवार को जनपद पंचायत तराना के प्रभारी सीईओ ग्राम मालखेड़ा पहुंचे।
यहां उन्होंने गांव की समस्याओं का निरीक्षण स्थानीय रहवासियों के साथ किया। गांववालों ने उनको पूरे गांव में घूमा कर गांव की मौजूदा स्थिति से रूबरू करवाया। जिसे देख कर सीईओ ने खुद माना कि इस गांव में वास्तव में विकास नहीं हुआ है। इस दौरान सीईओ ने आश्वासन देते हुए कहा कि अभी तो अचार संहिता चल रही है। इस समय कुछ नहीं हो सकता। जैसे ही अचार संहिता खत्म होती है, गांव की समस्याओं का निवारण कर दिया जाएगा। ग्रामीणों द्वारा अपनी मांगों की सूची भी दी गई। उस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच ओर सचिव मौजूद रहे।
कलेक्टर आकर देखे समस्या, नहीं तो बहिष्कार पर अडिग
जनपद पंचायत के प्रभारी सीईओ के गांव पहुंचकर आश्वासन देने के बाद भी ग्रामीण संतुष्ट नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि जब हमारे गांव में कलेक्टर स्वयं आ कर हमारी समस्याओं पर गौर नहीं कर लेते तब तक हम अपने चुनाव बहिष्कार के फैसले पर अड़े रहेंगे।