कायथा, अग्निपथ। समीपस्थ ग्राम पंचायत काठबड़ौदा के अंतर्गत आने वाले ग्राम मालखेड़ा के ग्रामीणों द्वारा पंचायत चुनाव में मतदान के बहिष्कार चेतावनी के बाद प्रशासनिक तंत्र हरकत में आया और ग्रामीणों की शिकायत के बाद पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक को पद से हटा दिया गया है। तराना के पंचायत चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है।
दरअसल, ग्राम मालखेड़ा के ग्रामीणों ने गांव में विकास व मूलभूत सुविधाओं के अभाव सहित अन्य समस्याओं के हल न होने को लेकर आक्रोश जताते हुए पंचायत चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया था। दैनिक अग्निपथ ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद शुक्रवार को ही तराना की पंचायत चुनाव की सहायक रिटर्निंग अधिकारी सोनम भगत व तराना जनपद पंचायत प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोनक पंडित ने मालखेड़ा पहुंचकर ग्रामीणों की समस्या सुनी। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत काठबड़ौदा में पदस्थ रोजगार सहायक महेश परमार के खिलाफ मोर्चा खोला।
ये थी शिकायत
ग्रामीणों ने उपस्थित अधिकारियों को मतदान का बहिष्कार करने की वजह बताते हुए कहा कि ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक महेश परमार द्वारा हमारे क्षेत्र के ग्रामीणों से बीपीएल कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, पेंशन आदि के साथ शासन से प्राप्त विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए पैसे की मांग की जाती है। इसके बाद शुक्रवार देर शाम तराना के रिटर्निंग अधिकारी ने रोजगार सहायक को उसके पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया। परमार को पंचायत चुनाव रिटर्निंग अधिकारी तराना के कार्यालय में अटैच किया गया है।
इसलिए लिया तत्काल फैसला
ग्रामीणों की समस्या व चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी थी। दैनिक अग्निपथ में इसको प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद तराना जनपद पंचायत प्रभारी सीईओ सोनक पंडित ने गुरुवार को मालखेड़ा पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा कर उन्हें चुनाव बाद निराकरण का आश्वासन दिया था। इस वादे से असंतुष्ट ग्रामीण फिर भी अपने फैसले पर अडिग थे। चेतावनी के बाद सहायक रिटर्निंग ऑफिसर सोनम भगत शुक्रवार को गांव पहुंची थी और उनकी रिपोर्ट के आधार पर पंचायत चुनाव रिटर्निंग अधिकारी ने रोजगार सहायक को पंचायत से हटाकर अपने कार्यालय में अटैच करने का आदेश जारी किया। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा चुनाव में मतदान करने का भरोसा अधिकारियों को दिलाया है।