वार्ड 4 व 9 में सीधी टक्कर तय
बडऩगर, अग्निपथ। नगर पालिका चुनाव के नामांकन जमा करने के आखिरी दिन शनिवार को कुल 62 लोगों ने फार्म जमा किए। इसके साथ ही चुनावी समर में उतरने के लिए नगर में 113 लोगों ने नामांकन दाखिल किए हैं। इनमें 45 महिलाएं भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 13 फॉर्म वार्ड-15 में जमा हुए हैं। वहीं वार्ड-11 में कुल 12 फॉर्म आए हैं। जबकि वार्ड-4 और वार्ड-9 में सिर्फ दो-दो नाम निर्देशन पत्र जमा होने से यहां दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशियों में सीधी टक्कर होगी।
हालांकि नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन 18 पार्षद पदों के लिए कुल 113 दावेदार नजर आ रहे हैं लेकिन आखिरी लड़ाई में कितने प्रत्याशी मैदान में रहेंगे यह 22 जून को नाम वापसी के बाद ही साफ होगा। इस बीच भाजपा के टिकट वितरण पर सवाल की आग अभी भी ठंडी नहीं हुई है। जिन प्रबल दावेदारों को दरकिनार किया गया है वे अभी भी टिकट के लिए अपनी गर्माहट दिखा रहे हैं। जो तस्वीर नामांकन प्रस्तुत करने के बाद सामने आ रही है, उससे ऐसा लगता है कि बागी भी निर्दलीय बन मैदान में खंभ ठोक सकते हैं। यह अलग बात होगी की भाजपा टिकट वितरण को लेकर हो रहे डेमेज को कंट्रोल कर ले। जिसकी शुरुआत भी वरिष्ठ नेताओं को अवगत करा कर कर दी गयी है। हाल फिलहाल 22 जून 3 बजे तक का समय है जिसमें रूठों को मनाने का काम किया जायेगा। उसके बाद ही तस्वीर का रूख पता चल पायेगा की कौन मानेगा व कौन चुनावी लड़ाई लड़ेगा।
वार्ड 13 से भण्डारे ने भरा नामांकन
नपा चुनाव को लेकर अग्निपथ निष्पक्ष आकंलन कर आप तक विश्वसनीय खबरे पहुंचा रहा है। जिसमें भाजपा-कांग्रेस दोनों दलों के अधिकृत उम्मीदवारों की सूची सामने आई तब दोनों ही दलों के संभावित उम्मीदवारों के अग्निपथ द्वारा प्रकाशित नामों में से अधिकांश नाम शामिल थे। इसी प्रकार वार्ड-13 से भाजपा के घोषित उम्मीदवार द्वारा टिकट ठुकराए जाने के बाद संतोष भण्डारे का नाम सामने आया था। वह भी सही साबित हुआ। भण्डारे ने शनिवार को वार्ड-13 से अपना नामांकन नगर भाजपा अध्यक्ष श्याम शर्मा, नगर युवा मोर्चा अध्यक्ष अंकित पाटोदी, वार्ड-11 उम्मीदवार अभय टोंग्या, भाजपा नेता दिलीप जैन व पति संतोष भण्डारे की उपस्थिति में प्रस्तुत कर दिया है।
अबकी बारी-चर्चा में नगर अध्यक्ष भारी
भाजपा के टिकट वितरण पर हो रहे बवाल को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है। वहीं सोशल मीडिया पर भी भाजपा के टिकट वितरण को लेकर पोस्ट वायरल की जा रही। चर्चा में यह बात भी सामने आ रही है कि आखिर टिकट वितरण किसके इशारे पर हुआ व टिकट वितरण में कौन भारी रहा। ऐसे में चर्चाओं में भाजपाई सूत्रों द्वारा यह जुमला कहा जा रहा है कि अबकी बारी नगर अध्यक्ष भारी। कहा जा रहा है कि टिकट वितरण में नगर अध्यक्ष ने अपना पूरा जोर दिखाया है। जिसके चलते पूर्व विधायकों के कोटे से भी कम ही नाम सामने आ पाये हैं। इधर कांग्रेस में विधायक मुरली मोरवाल ने ही एक तरफा मोर्चा संभाल रखा है। जिनके द्वारा उम्मीदवारो पर अपनी मुहर लगाने के बाद ही नाम सामने आ पाये हैं।
चल रहा है अफवाहों का दौर भी
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद राजनीतिक अफवाहों का दौर भी शुरू हो चुका है। सुनने में आ रहा है कि 22 जून बाद राजनीतिक उठापटक भरी खबरों का धमाका हो सकता है। उठापटक भरी खबरों का धमाका दोनों ही दलों की ओर से हो सकता है।