झाबुआ, अग्निपथ। 16 जून की रात करीब साढ़े 9 बजे थाना प्रभारी रायपुरिया राजकुमार कुंसारिया को सूचना मिली कि ग्राम कालीघाटी के पहाड़ी पर दो लाश पड़ी है। इस सूचना पर थाना प्रभारी राजकुमार कुंसारिया अपने दल बल के साथ तत्काल सूचना की तस्दीक हेतु ग्राम कालीघाटी पहुंचे। ग्राम कोटवार को हमराह लेकर करीबन 1 घण्टे पहाडिय़ों पर तलाश करते भरत भाभर के खेत के पास नीम के पेड़ के नीचे एक महिला एवं एक पुरुष की लाश संदिग्ध हालात मे बरामद की गई। दोनों शव की पहचान पंकज पिता चतरसिंह जाति गामड़ उम्र 28 साल निवासी ग्राम कालीघाटी एवं मृत युवती टीना पिता रामा जाति अरड़ उम्र 19 साल निवासी ग्राम वङलीपाड़ के रुप में की गई।
मौके पर अरविन्द तिवारी पुलिस अधीक्षक झाबुआ एवं सुश्री सोनु ङावर एसडीओपी पेटलावद पहुंचे। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मौके का बारिकी से निरीक्षण किया गया एवं मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर उपस्थित पुलिस अधीकारी एवं कर्मचारी को आवश्यक निर्देशन एवं मार्गदर्शन दिये। तत्काल मौके पर देहाती नालसी लेख कर थाना रायपुरिया पर मर्ग कायम कर जाँच में लिया गया।
17 जून को मर्ग की सिलसिलेवार जाँच प्रारंभ की गई। जाँच के दौरान मृतकों का पोस्ट मोर्टम कराया गया।
पोस्ट मोर्टम रिपोर्ट में ङाँक्टर द्वारा मृत पुरुष पंकज निवासी ग्राम कालीघाटी एवं मृत युवती टीना निवासी ग्राम वङलीपाड़ा की मौत किसी अज्ञात बदमाशों के द्वारा गला घोटकर हत्या करना लेख किया, जिसे थाना रायपुरिया पर अपराध क्रमांक 305/2022 धारा 302, 201 भादवि का अज्ञात बदमाश आरोपियों के विरुद्ध पंजीबद्ध किया गया। संपूर्ण हालात वरिष्ठ अधीकारिगण को बताये गये जिससे मामले की प्रकृति एवं संवेदनशीलता को देखते हुए तत्काल अधीक्षक झाबुआ के निर्देशन पर थाना रायपुरिया में दौहरे अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने हेतु सुश्री सोनु ङावर एसङीओपी पेटलावद के मार्गदर्शन में सायबर सेल झाबुआ एवं थाना रायपुरिया की संयुक्त टीम का गठन किया गया।
टीम के द्वारा विवेचना के दौरान घटना स्थल पर निर्मीत परिस्थितियां एवं कथनों से यह निकल कर आया कि शुरुआत से ही मृतक के पिता चतरसिंह एवं भाई रोशन के द्वारा गमराह किया जा रहा था तथा मृतक पंकज के परिजन एवं गाँव वालों के कथनों में विरोधाभास उत्तपन्न हो रहा था कि मृतिका टीना के परिजनों के कथनों से यह पता चला कि घटना दिनांक से करीबन 20-22 दिन पूर्व दोनों पक्षों में मृतिका के कालीघाटी चले जाने के झगङ़े को लेकर एक सामाजिक बैठक हुई थी, जिसमें लङक़ी पक्ष द्वारा बेटी के कालीघाटी पंकज पिता चतरसिंह के घर आ जाने की बात पर समाजिक रीति-रिवाज के अनुसार सामाजिक बैठक कर रकम चाही गई जो मृतक पंकज के परिजन द्वारा देने से मना कर दिया तथा लङक़ी को वापस ले जाने की बात कही गई।
परंतु लङक़ी टीना पंकज के साथ कालीघाटी में ही रहना चाहती थी। सामाजिक बैठक में कोई फैसला नहीं हुआ। लङक़ी पक्ष वापस अपने गाँव आ गया कि बात सामने आई। टीम के द्वारा इसी बात को आधार बनाते हुए लङक़े पक्ष के परिजन से पूछताछ की गई। लङक़े पक्ष ने पिता एवं भाई द्वारा शुरुआत से ही गुमराह किया गया तथा सख्ती से पूछताछ करने पर पिता चतरसिंह एवं भाई रोशन द्वारा बताया गया कि झगङ़े की रकम देने में समर्थ नहीं थे तथा लङक़ी टीना को बार-बार हमारे द्वारा वापस अपने गाँव वङलीपाङ़ा जाने को कहा। पंकज और टीना इस बात पर राजी नहीं थे। इसी बात को लेकर विवाद आये दिन होता था।
घटना दिनांक को इसी बात को लेकर खेत पर झगङ़ा हुआ। आरोपीगण चतरसिंह पिता मोती गामङ़ निवासी कालीघाटी व रोशन पिता चतरसिंह गामङ़ निवासी कालीघाटी द्वारा फोन करके दोनों को अपने खेत पर बुलाया। वहीं पर दोनों को रस्सी से गला घोटकर मारा तथा हत्या को आत्म हत्या का स्वरुप देने के लिये दोनों की लाश भारत भाभर के खेत के पास नीम के पेङ़ के नीचे पटक दिया तथा एक रस्सी भी वहां पटक दी तथा आरोपी चतरसिंह, ग्राम कोटवार को दो लाश पङ़ी होने की बात बताकर रात में गाँव से फरार हो गया तथा आरोपी रोशन पिता चतरसिंह गामङ़ भी मोके से फरार होकर गाँव से बाहर चला गया। विवेचना के दोरान आरोपीगणों को गिरफ्तार किया गया एवं हत्या में प्रयुक्त संसाधन बरामद किये। पुलिस अधीक्षक झाबुआ के द्वारा टीम के सभी सदस्यो को पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई।