कांग्रेस के एक प्रत्याशी सहित कुल 22 आवेदन निरस्त हुए
उज्जैन, अग्निपथ। नगरीय निकाय चुनाव में सोमवार को पूरे दिन कलेक्टर सह जिला निर्वाचन कार्यालय में पार्षद और महापौर पद के प्रत्याशियों के नामांकन की जांच की गई। जांच के लिए निर्धारित समय शाम 5 बजे तक ही था लेकिन वार्ड नंबर 29 के भाजपा के प्रत्याशी रामेश्वर दुबे(रम्मू) के लिए रात 8.30 बजे तक रिटर्निंग अधिकारी का दफ्तर खुला रहा। नामांकन पर आई आपत्तियों का निराकरण करने के बाद आखिरकार उनका नामांकन स्वीकार कर लिया गया। कांग्रेस के वार्ड नंबर 33 से अधिकृत उम्मीदवार फूलचंद जरिया का नामांकन निरस्त हो गया है।
महापौर और पार्षद चुनाव के लिए कुल 359 नामांकन जमा हुए थे। इनमें महापौर पद के लिए 7 और 54 वार्डो में पार्षद पद के लिए 344 उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किए थे जिसमें से 22 निरस्त हो गए। भाजपा की तरफ से 133 और कांग्रेस की तरफ से 146 उम्मीदवारों के नामांकन जमा हुए। सोमवार सुबह से इन सभी नामांकन की जांच आरंभ की गई। शाम 5 बजे तक अधिकांश नामांकन फार्म की जांच पूरी कर ली गई थी। शाम को वार्ड नंबर 29 से भाजपा प्रत्याशी रम्मू दुबे के नामांकन के साथ लगी नगर निगम और बिजली वितरण कंपनी की एनओसी को लेकर कुछ आपत्तिया लगाई गई थी। सहायक रिटर्निंग अधिकारी प्रीति चौहान रात 8.30 बजे तक इस नामांकन की आपत्तियों का निराकरण करती रही। आखिरकार उन्होंने नामांकन स्वीकार कर लिया। देर रात तक भी जिला निर्वाचन कार्यालय खुला रहने के मामले में सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा रही। कयास लगाए गए कि राजनैतिक दबाव की वजह से ऐसा किया गया।
वार्ड 33 में बंटी गौंड होंगे कांग्रेस के उम्मीदवार
वार्ड नंबर 33 से कांग्रेस ने फूलचंद जरिया को अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया था। जरिया ने नामांकन के साथ अपना जो जाति प्रमाण पत्र लगाया था, वह काफी पुराना था और आदिम जाति कल्याण विभाग से जारी हुआ था। निर्वाचन के नए नियमों के तहत नामांकन के साथ एसडीएम द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर से जारी जाति प्रमाण पत्र मान्य किया जाता है। इसी वजह से जरिया का नामांकन निरस्त कर दिया गया। कांग्रेस ने इस वार्ड से विकल्प के रूप में बंटी गौंड का नामांकन भी जमा करवा रखा था। बंटी गौंड अब इस वार्ड से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी होंगे।