अनारक्षित सीटों पर आरक्षित वर्ग के प्रत्याशियों को वार्डो में जाकर करवाएंगे पराजित
उज्जैन। नगर निगम चुनाव में अनारक्षित वर्ग की 26 सीटों में से 25 सीटों पर राजनैतिक दलों द्वारा आरक्षित वर्ग के उम्मीदवार उतारे जाने से सवर्ण समाज में खासा आक्रोश है। सामान्य वर्ग सवर्ण समाज संगठन ने फैसला किया है कि अनारक्षित वार्डो में राजनैतिक दलों द्वारा उतारे गए आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को चुनाव में पराजित करवांएगे। इससे राजनैतिक दलों को सबक मिलेगा और आगे से अनारक्षित वर्ग की सीटों पर सवर्ण समाज के प्रत्याशियों को प्राथमिकता मिल सकेगी।
उज्जैन में अखिल भारतीय अनारक्षित सामान्य वर्ग सवर्ण समाज संगठन की एक प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की गई है। इस संगठन में सवर्ण समाज की विभिन्न जातियों के प्रतिनिधि शामिल है। निकाय चुनाव में टिकट वितरण से पहले सवर्ण समाज के प्रतिनिधि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के जिला अध्यक्षों के माध्यम से प्रदेश नेतृत्व को अपनी मंशा से अवगत करा चुके थे। सवर्ण समाज की एक सूत्रीय मांग है। उनका पक्ष है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछड़ा वर्ग, अजा और जजा वर्ग के लिए 51 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था तय की है, इसके बावजूद भी अनारक्षित वर्ग की सीटों पर भी राजनैतिक दल आरक्षित वर्ग के लोगों को उम्मीदवार बना रहे है जो कि सामान्य वर्ग के हितों पर कुठाराघात है।
उज्जैन में नगर निगम के 54 में से 26 वार्ड अनारक्षित श्रेणी के है। इनमें से 15 में कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग या अन्य आरक्षण प्राप्त वर्ग के उम्मीदवार उतारे है। भाजपा ने भी अनारक्षित श्रेणी के 26 वार्डो में से 10 वार्डो में आरक्षण प्राप्त वर्गो के उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है।
सवर्ण समाज संगठन का मानना है कि राजनैतिक दलों की इस तरह की मानसिकता से सामान्य वर्ग का प्रतिनिधित्व लगातार कम होता चला जाएगा। सवर्ण समाज के प्रतिनिधि के रूप में पत्रकार वार्ता में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी, महामंत्री पंडित तरुण उपाध्याय, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री अनिल सिंह चंदेल, हरदयाल सिंह ठाकुर, राष्ट्रीय मंत्री अंगद सिंह राठौड़, संभागीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह बेस, करणी सेना राजपूत समाज के प्रदेश मंत्री ठाकुर मनोहर सिंह चौहान, कायस्थ महासभा के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव, सपाक्स अधिकारी कर्मचारी संगठन के अरविंद सिंह चंदेल, डॉ. निर्भय निर्दोष पाठक, सुरजीत सिंह डंग, जे.पी. हरदेनिया, महाराष्ट्र समाज के पूर्व सचिव अभय अरूंदेकर आदी उपस्थित थे।
सवर्ण संगठन उठाएगा ये कदम
- संगठन के प्रमुख लोगों वार्डो में जाकर सवर्ण समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
- ऐसे अनारक्षित वार्ड जहां आरक्षित वर्ग के लोगों को उम्मीदवार बनाया गया है, वहां सवर्ण समाज के प्रतिनिधियों की बैठकें होंगी।
- वार्ड से किसी एक सवर्ण समाज के प्रतिनिधि को तय कर उसे एकजुट होकर वोट देने की अपील की जाएगी।
- ऐसे अनारक्षित वार्ड जहां सवर्ण समाज का एक भी उम्मीदवार नहीं है, वहां सभी सवर्णजनों से नोटा बटन दबाने की अपील करेंगे।