धार, अग्निपथ। मसीह अस्पताल का विक्रय अनुबंध करने के मामले में नौगांव थाने में दर्ज प्रकरण में पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। जहां कुछ दिनों पूर्व भवन शुभारंभ का जमीन में दब चुका शिलालेख खुदवाकर उस पर अंकित जानकारी को साक्ष्य के रूप में संकलित किया गया। वहीं अब नगरपालिका से सन् 1956 से मसीह अस्पताल का रिकार्ड मांगा जा रहा है। नौगांव पुलिस ने पत्र के माध्यम से निकाय से 56 से अब तक संपत्ति किस-किस के नाम दर्ज रही। कहां से बदलाव हुआ। इस तरह की तमाम जानकारियां मांगी है।
2 भूमिगत, 1 जेल में बंद
मसीह अस्पताल का विक्रय अनुबंध करने के मामले में पुलिस ने सुधीर उर्फ बनी दास पिता रत्नाकर दास सहित सुधीर शांतिलाल और इंदौर निवासी अंकित वडेरा को आरोपी बनाया है। इनमें बनी दास गिरफ्तार होकर जेल में बंद है। वहीं दो की तलाश जारी है। इस मामले में सुधीर और अंकित की भूमिका क्रेता पक्ष के तौर पर सामने आई है। नौगांव पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज किया था। जिसमें अब चालान पेश करने के लिए केस को पुख्ता किया जा रहा है।
समाप्त होने वाली है मियाद
इधर सेंट टेरेसा नाम से चर्चित मगजपुरा क्षेत्र की जमीन विक्रय के मामले में पुलिस द्वारा भूमिगत हो चुके दो आरोपियों की संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की मियाद भी कुछ दिनों में समाप्त होने वाली है। इस मामले में पुलिस ने नोटिस चस्पा की कार्रवाई करते हुए मियाद के भीतर सरेंडर करने के लिए कहा है। फिलहाल आरोपितों के सरेंडर होने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। ऐसी स्थिति में पुलिस मियाद समाप्त होने के बाद संपत्ति को शासन अधीन करने की कार्रवाई कर सकती है।
सायबर टीम की मदद से आरोपियों की शिनाख्त करने के प्रयास
धार, अग्निपथ। शनिवार रात को बस स्टैंड क्षेत्र में सुपारी व्यापारी को कट्टा अड़ाकर लूटने के असफल प्रयास के मामले में पुलिस की छानबीन जारी है। बदमाश सीसी टीवी कैमरे में दिखाई दे रहे है, किंतु वाहनों के नंबर और चेहरे साफ न दिखाई देने से पुलिस अब आरोपियों तक पहुंचने के लिए सायबर सेल की मदद लेने वाली है। इधर दुकानदार के यहां काम करने वाले नौकरों से भी पूछताछ की जा रही है। वहीं लूट के पुराने बदमाशों की भूमिकाओं की भी जांच की जा रही है। कोतवाली थाना प्रभारी समीर पाटीदार ने बताया कि पुलिस बदमाशों को आईडेंटीफाई करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस मामले में यह भी बात सामने आई है कि जहां पर लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई। उस दुकान पर कैमरे बंद पाए गए। इस तरह की घटना ने एक बार फिर लोगों को लापरवाही ना बरतने की और इशारा किया है। दरअसल इसके पहले भी कई प्रकार की घटनाओं में लोगों के घरों के सीसी टीवी कैमरे बंद पाए गए है। उदाहरण के तौर पर काशीबाग क्षेत्र में रोहित गर्ग के घर में लाखों की चोरी हुई थी। यहां कैमरे तो लगे थे, लेकिन बंद थे।