जिला प्रभारी पर लगाए टिकट बेचने के गंभीर आरोप, निर्दलीय चुनाव लडऩे की तैयारी
धार, अग्निपथ। मांडू नगर परिषद के चुनावों में राजनीतिक हलचल गलियों में सुनाई देगी। नामांकन वापसी के बाद चुनाव प्रचार जोर पकड़ेगा। इससे ठीक एक दिन पहले बुधवार देर शाम नामांकन वापसी के बाद कांग्रेस ने अपने तीन पार्षदों को जारी किए गए टिकट को निरस्त कर दूसरे नेताओं को टिकट देकर अधिकृत कर दिया।
इससे पर्यटन नगरी मांडू में राजनीतिक पारा गरमा गया। जिन नेताओं का पार्षद का टिकट कटा उनके वीडियो सामने आ गए। इसमें वे जिला प्रभारी हेमंत पाल पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। फिलहाल प्रभारी पाल ने इसे राजनीतिक प्रेरित करार दिया है।
मांडू नगर परिषद चुनाव में जहां भाजपा एक नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस में कलह नामांकन वापसी के दिन भी देखने को मिला। जीताऊ या टिकाऊ के मुद्दे के बीच कांग्रेस संगठन ने बुधवार को सूची जारी कर वार्ड-1 से पूर्व नपाध्यक्ष महेश ठाकुर का टिकट काटकर बबलू कतिजा को अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया। इतना ही नहीं वार्ड-2 से महेंद्र सोलंकी को अधिकृत करते हुए देवेंद्र परिहार का भी टिकट गया।
टिकट कटने के बाद कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई। जिन नेताओं के टिकट कटे उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडऩे का ऐलान करते हुए टिकट बेचने का आरोप लगाया। परिहार ने कहा प्रभारी पाल ने पैसे लेकर टिकट बेचे है। हम निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और ठाकुर को जितवा कर लाएंगे।
दो दिन पहले आए और मिला टिकट
इधर वार्ड-10 में भी टिकट बदला गया है। मांडू के वार्ड-10 में भाजपा की अध्यक्ष प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही मालती जयराम गावर के सामने कांग्रेस ने पहले श्यामलाल वसुनिया को टिकट देकर अधिकृत किया था। लेकिन ऐनवक्त पर दो दिन पूर्व भाजपा छोडकऱ कांग्रेस में आए दिनेश पारगी को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया है।
भाबर को मिला फ्री हैंड
इन चुनावी हलचल और टिकट काटने की घटनाओं से राजनीतिक पंडित अब नए कयास लगाने लगे है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार कांग्रेस संगठन पूर्व नपा उपाध्यक्ष पप्पू भाबर पर दांव लगाने के मूड में है। इस कारण पप्पू भाबर को फ्री हैंड किया जा चुका है। भाबर को कांग्रेस ने वार्ड-11 से टिकट दिया है। जबकि वार्ड-6 से लक्ष्मी पप्पू भाबर चुनाव मैदान में है।
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