उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रभारी अधिकारी सहित अन्य तबादला किये गये कर्मचारियों को कर्तव्य स्थल पर तैनाती के आदेश तो निकाल दिये गए हैं। लेकिन इनमें से कई कर्मचारी अपने कर्तव्य स्थल पर तैनात नहीं होकर मंदिर के दूसरे स्थानों पर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। वहीं लेखा शाखा में कार्य करने वाले कर्मचारी अपने नियत समय पर मंदिर नहीं आ रहे हैं।
कुछ दिन पूर्व मंदिर के निज सचिव और प्रभारी अधिकारी स्टोर एवं निर्माण शाखा को नंदीहाल और गर्भगृह में प्रभारी अधिकारी का दायित्व सौंपा गया था। लेकिन तभी से वह अपने कर्तव्य स्थल से नदारद नजर आ रहे हैं। मंदिर के दूसरे कर्मचारियों में भी इस बात की चर्चा चल रही है कि उनका मोह स्टोर एवं निर्माण शाखा से नहीं हट रहा है।
हाल ही में नंदीहाल में महारूद्राभिषेक अनुष्ठान चल रहा है। लेकिन पहले दिन कलेक्टर सपत्नीक जब नंदीहाल में पूजा में बैठे, उस दिन भी नंदीहाल और गर्भगृह के प्रभारी अधिकारी अपने कर्तव्य स्थल से नदारद दिखे। यही हाल अब भी चल रहा है।
लेखा शाखा कर्मचारी ड्यूटी समय में नदारद
प्रशासनिक भवन के पास ही लेखा शाखा लगती है। यहां कार्यरत कर्मचारी अपने ड्यूटी समय दोपहर 11 बजे की जगह 2 बजे तक मंदिर आते हैं और शाम 6 बजे वापस घर चले जाते हैं। इन कर्मचारियों के मंदिर में ड्यूटी का समय दोपहर 11 से 7 बजे तक का है। लेकिन देर से आना इनकी आदत में शुमार है।
सत्कार शाखा में टिकट काटने के लिए 5 कर्मचारी
सत्कार शाखा में टिकट काटने वाले कर्मचारियों की लाइन लग गई है। जानकारी में आया है कि 250 शीघ्र दर्शन टिकट, 1500 की विशेष दर्शन टिकट और दान वाली रसीद काटने के लिए चार कर्मचारी सुबह 6 से 2 बजे की शिफ्ट में कार्यरत हैं। इनमें राजेश कौशल, अनिता शर्मा, मनीषा झांवरे, विनोद जोशी को इस काम में लगाया गया है। ऐसे में एक कर्मचारी आसानी से इसका संचालन कर सकता है। लेकिन जरूरत से अधिक कर्मचारी यहां पर ड्यूटी कर रहे हैं।