वीडियो हुआ वायरल, कर्मचारी कर रहे दो-दो नौकरियां
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कई कर्मचारी ऐसे हैं जोकि नौकरी के अलावा अन्य काम भी ड्यूटी समय में कर रहे हैं और आर्थिक उपार्जन कर रहे हैं। मंदिर के कर्मचारी दो-दो नौकरियां कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें मंदिर का लेखापाल पूजन अनुष्ठान करा रहा है। यह काम अभी से नहंी बल्कि वर्षों से किया जा रहा है। इस मामले का वीडियो वायरल हुआ है। जोकि दैनिक अग्निपथ के पास है।
रविवार की सुबह सप्तऋषि मंदिर में धोती कुर्ता पहने मंदिर के लेखापाल वीरेन्द्र शर्मा एक यजमान की सप्तऋषि मंदिर में कालसर्प पूजा करा रहे थे। किसी ने इसका वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया। बताया जाता है कि एक कालसर्प पूजा के पंडित को 3100 से 4100 रुपए दक्षिणा के रूप में प्राप्त होते हैं। जानकारी रखने वालों ने बताया कि उनके द्वारा पंडिताई का काम वर्षों से किया जा रहा है। कई प्रशासक आए और गए लेकिन किसी ने भी इस बात पर संज्ञान लेना उचित नहीं समझा। वहीं लेखा शाखा का ही एक कम्प्यूटर आपरेटर राहुल पांचाल लोटि स्कूल में भी कम्प्यूटर का काम कर रहा है। दोनों की ड्यूटियों का समय एक होने के कारण मंदिर में लेट आया जा रहा है। ज्ञात रहे कि लेखा शाखा में ड्यूटी का समय दोपहर 11 बजे से 7 बजे तक का है।
जूना महाकाल में पंडिताई
महाकालेश्वर मंदिर में एक और कर्मचारी सुनील शर्मा पंडिताई का काम कर रहे हैं। मंदिर की ड्यूटी के अलावा अपने यजमानों की पूजा आदि का कार्य जूना महाकाल में निपटाया जा रहा है। उनके द्वारा भी यह कार्य वर्षों से किया जा रहा है। लेकिन कभी किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई है।
तो फिर….सभी को छूट दी जाए
महाकालेश्वर मंदिर के इनके अलावा भी कई कर्मचारी हैं जोकि दो दो नौकरियां कर रहे हैं। कर्मचारी मंदिर में संबंधों का लाभ लेकर पंडिताई भी कर रहे हैं। उनको पूरा लाभ मंदिर कर्मचारी होने के कारण मिल रहा है। यदि ऐसा करने में कोई हर्ज नहीं है तो अन्य कर्मचारियों को भी पंडिताई करने की छूट देना चाहिए। एक ओर जहां मंदिर के कर्मचारी को दक्षिणा लेने से रोका जाकर कार्रवाई की जाती है। वहीं मंदिर के कई कर्मचारी पंडिताई कर यजमानों से दक्षिणा के रूप में मोटी कमाई कर रहे हैं।
इनका कहना
मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जाएगी।
– गणेश कुमार धाकड़, प्रशासक, महाकालेश्वर मंदिर समिति