श्रद्धालुओं ने कहा- सभी व्यवस्थाएं अच्छी, लेकिन व्हीलचेयर व्यवस्था ठीक हो
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं। शनिवार, रविवार और सोमवार को अधिक भीड़ होने के कारण महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की कई व्यवस्थाएं बिगड़ जाती हैं। इसमें व्हील चेयर व्यस्था भी है। व्हील चेयर नहीं होने के कारण सोमवार को एक श्रद्धालु को अपनी माता को उठाकर काफी दूर तक दर्शन करवाने के लिए ले जाना पड़ा।
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दिव्यांग और बुजुर्गो के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था भी की गई है। दानदाताओं द्वारा व्हीलचेयर भी समय समय पर दान की जाती हैं। लेकिन सोमवार को व्हीलचेयर की कमी देखी गई। एक व्हील चेयर से श्रद्धालु को दर्शन करवाने में करीब आधे घण्टे से अधिक समय लगता है। ऐसे में घंटों तक बुजुर्गों और दिव्यांगों को व्हीलचयर के वापस आने का इंतजार करना होता है।
सोमवार को बाबा महाकाल के दर्शन करने गुजरात के डाकोर से आए श्रद्धालु आशुतोष और उनकी माता को दो घंटे तक व्हीलचेयर नहीं मिली। जिसके बाद आशुतोष को अपने साथी की मदद से बुजुर्ग माता को कंधे पर उठाकर बाबा के दर्शन करवाने जाना पड़ा। इस दौरान भीड़ अधिक होने के कारण कई जगह समस्या भी सामने आई।
कोटितीर्थ चढ़ाव से उठाकर उतारा
कोटितीर्थ कुंड के चढ़ाव पर रिस्क लेकर श्रद्धालु अपनी माता को दर्शन कराने गणेश मंडपम में लेकर पहुंचे। यहां से उन्होंने अपनी बुजुर्ग माता को दर्शन करवाए। श्रद्धालु आशुतोष ने बताया कि जब काफी इंतजार के बाद व्हील चेयर नही मिल पाई तो माता को उठाकर दर्शन के लिए जाना पड़ा। मंदिर की व्यवस्था तो ठीक है। लेकिन व्हीलचेयर की व्यवस्था सुधर जाए तो और अच्छा होगा।