विक्रम उद्योगपुरी में होगा 260 करोड़ का निवेश, चुनाव बाद प्लांट का भूमिपूजन
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शहर में रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में एक और अहम सौगात मिलने जा रही है। देवासरोड स्थित विक्रम उद्योगपुरी में बैंगलोर की फार्मास्यूटिकल कंपनी कर्नाटक एंटीबायोटिक्स के प्रस्ताव को राज्य की निवेश संवर्धन समिति से तमाम जरूरी अनुमतियां मिल गई है। सबकुछ ठीक रहा तो नगर निगम चुनाव के ठीक बाद कंपनी के प्लांट का निर्माण भी आरंभ हो जाएगा।
पिछले साल उज्जैन में हुई इंन्वेस्टर्स मीट के दौरान 22 उद्योगपतियों ने विक्रम उद्योगपुरी में नए उद्योग स्थापित करने में रूचि जाहिर की थी। इसी मीट में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स कंपनी का भी प्रस्ताव राज्यशासन को मिला था। कंपनी के प्रतिनिधि विक्रम उद्योगपुरी में इंडस्ट्री की जमीन का चयन भी कर चुके है। औद्योगिक केंद्र विकास निगम के जरिए जमीन आवंटन की सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। इस कंपनी को जमीन आवंटन करने और निवेश के बदले राज्य की ओर से मिलने वाली कुछ खास तरह की छूट के लिए राज्य केबिनेट की मंजूरी मिलना शेष रह गई थी।
सांसद अनिल फिरोजिया की माने तो राज्य की केबिनेट कमेटी ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन (उद्योग संवर्धन या सीसीआईपी) से कर्नाटक एंटीबायोटिक्स के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस कमेटी के अध्यक्ष है।
तीन चरण में होगा 1100 करोड़ का निवेश
- बैंगलोर की कंपनी कर्नाटक एंटीबायोटिक्स फार्मास्यूटिकल क्षेत्र की देश की बड़ी कंपनी है।
- यह कंपनी कई तरह की दवाओं का निर्माण करती है। कंपनी की आगामी योजना है कि ऐसी दवाओं या दवा उत्पादों का निर्माण करने की है जो फिलहाल देश में चीन से आयात करना पड़ रहे है।
- उज्जैन में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स तीन चरण में लगभग 1100 करोड़ रूपए का निवेश करेगी। पहले चरण में लगभग 260 करोड़ रूपए का निवेश होगा।
- इस इंडस्ट्री के जरिए प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 3 हजार नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इनका कहना
राज्य की केबिनेट स्तर की निवेश संबंधी समिति ने कर्नाटक एंटीबायोटिक्स को जमीन आवंटित करने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। चुनाव के तत्काल बाद इस कंपनी के प्लांट का भूमिपूजन होगा। पहले चरण का काम एक साल में पूरा होने की उम्मीद है। – अनिल फिरोजिया, सांसद