उज्जैन, अग्निपथ। जिले में रहने वाले सभी शासकीय सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने नगर निगम चुनाव में नोटा का उपयोग कर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध जताने का फैसला किया है। सेवा निवृत्त कर्मचारियों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को टॉवर चौक पर प्रतिकात्मक विरोध प्रदर्शन भी किया।
टॉवर चौक पर सेवानिवृत्त कर्मचारियों की संस्था पेंशनर संघ के सदस्यों ने महंगाई भत्ता बढ़ाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया। सभी पेंशनर्स ने अपने-अपने घर पर एक पर्ची भी चिपका रखी है जिसमें लिखा है- यह पेंशनर का घर है। महंगाई भत्ता नहीं तो वोट नहीं। कृपया यहां वोट मांगने नहीं आए। दरअसल, आज के दौर में जिस तेजी से महंगाई बढ़ी है, उस तेजी से पेंशनर्स को महंगाई के अनुरूप भत्ता नहीं दिया जा रहा है। देश के कई राज्यों में सरकारों ने केंद्रीय कर्मचारियों के समान महंगाई भत्ता अपने यहां लागू कर दिया है, इन राज्यों में 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। इसके ठीक उलट मध्यप्रदेश में शासकीय सेवानिवृत्त कर्मचारियों को केवल 17 प्रतिशत ही महंगाई भत्ता दिया जा रहा है।
सेवानिवृत्त कर्मचारी इसलिए महंगाई भत्ते की मांग कर रहे है क्योंकि 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलने पर प्रत्येक की पेंशन में 6 हजार से लेकर15 हजार रूपए तक का ईजाफा होगा। मध्यप्रदेश में लगभग साढ़े चार लाख पेंशनर्स है, उज्जैन जिले में इनकी संख्या लगभग 40 हजार है।
पेंशनर्स संघर्ष समिति के अध्यक्ष अरविंद चंदेल ने बताया कि सभी पेंशनर्स 6 जुलाई को होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के मतदान में नोटा का बटन दबाकर विरोध जताएंगे। यदि सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है तो विधानसभा चुनाव में भी सरकार का विरोध करेंगे।