उन्हेल नगर परिषद चुनाव में दोनों दल बिना वचन पत्र के कूद गए मैदान में, मतदाता हो गए मौन

अजब भाजपा, गजब कांग्रेस

उन्हेल, (संजय कुंडल) अग्निपथ। नगर परिषद चुनाव के लिए मतदान में सिर्फ 2 दिन बाकी हैं पर नगर की जनता भाजपा और कांग्रेस का मेनिफेस्टो (वचन पत्र) खोजने में लगी है। उन्हेल नगर के विकास को लेकर दोनों पार्टियों का क्या नजरिया है यह अब तक साफ नहीं है। जीतकर नगर सरकार बनने पर जनता को क्या सौगात दी जाएगी और किन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा जा रहा है, इस बारे में दोनों राष्ट्रीय दल ने कोई भी वचन पत्र जारी नहीं किया है।

इस चुनाव में यह सबसे बड़ी विडंबना है सिर्फ चुनाव यहां पर लाउडस्पीकर के साउंड तथा बैनर पोस्टर का ही हो रहा है। उधर निर्दलीय भी कोई भी विजन लेकर नहीं आए। बड़ी सौगात शहर को क्या दी जाएगी यह बात राष्ट्रीय दल को करना चाहिए थी पर दोनों दल अपना वचन पत्र बनाने में चूक गए हैं। भाजपा ने अपने जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा तक को मैदान में उतार दिया और जिला अध्यक्ष बहादुर सिंह बोर मुंडला के अलावा चुनाव प्रभारी तथा कई तरह के नेता बैठक भी कर रहे हैं और चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे हैं। उधर कांग्रेस में क्षेत्रीय विधायक रामलाल मालवीय के अलावा इंदौर के विधायक संजय शुक्ला भी अपने सभी पार्षद प्रत्याशी के लिए गली-गली घूम रहे हैं।

इस चुनाव में हर एक मतदाता जब प्रत्याशी उनके द्वार पहुंचता है तो मतदाताओं की नजर उनके द्वारा दी जा रही है चुनाव सामग्री में सिर्फ और सिर्फ वचन पत्र खोज रहा है। पर वचन पत्र नहीं मिलने से मतदाता मौन हो गया है और अब दोनों राष्ट्रीय दल के पास में इतना समय भी नहीं बचा है कि वचन पत्र तैयार कर हर मतदाता के हाथ तक पहुंचा सके। निर्दलीय अपने स्तर पर चुनाव लड़ रहा है। यहां पर इस बार का चुनाव काफी रोचक हो गया है। पहली बार उन्हेल नगर के मतदाताओं को 63 प्रत्याशियों को देखने का मौका मिला है। जो कभी उन्हेल के चुनाव में नहीं हुआ है।

भाजपा और कांग्रेस अपने बागी निर्दलियों उसके बीच उलझ गई है दोनों दल ने निर्दलीयों पर कार्रवाई करने में भी काफी देर लगाने के कारण कार्रवाई का असर कोई खास फर्क देखने को नहीं मिल रहा है फिर भी दोनों दल शेष समय में पूरी जान लगाने के लिए कार्यालय और कमरों में रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

यह होना था वचन पत्र

राष्ट्रीय पार्टी को वचन पत्र जारी करना था और उसमें सबसे प्रमुख समस्या नगर के स्वीकृत शासकीय कॉलेज के भवन के लिए भूमि के साथ उसका निर्माण का मुद्दा वचन पत्र में जोड़ा जाना था। महिला बाल विकास विभाग का नागदा से भी लड़ाई लडक़र उन्हेल लाया गया था दफ्तर बनाने का मुद्दा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर की कमी की समस्या हल करने और स्वास्थ्य केंद्र की भूमि पर दुकान निर्माण कर रोजगार के साथ रोगी कल्याण समिति को सक्षम बनाने का मुद्दा भी वचन पत्र में उठना चाहिए था। पुराना बस स्टैंड से बेड़ावन रोड जो लोक निर्माण विभाग के अधीन है और जहां तक नगर परिषद की सीमा है वह सडक़ नगर परिषद को हस्तांतरित कराए का मामला भी वचन पत्र का हिस्सा हो सकता था। इन सारी समस्या को किसी भी दल ने नहीं उठाया और ना ही वचन पत्र जारी किया गया।

इनका कहना

दिल्ली से लेकर भोपाल तक भाजपा की सरकार है। उन्हेल में भाजपा को बहुमत मिलता है तो सभी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। यही वचन है और यही मिशन।

-बहादुर सिंह बोरमुंडला, अध्यक्ष उज्जैन जिला ग्रामीण, भाजपा

वचन पत्र जारी किया है, मैं उन्हेल आ रहा हूं वहीं पर बैठकर चर्चा करेंगे।

– कमल पटेल, अध्यक्ष उज्जैन जिला ग्रामीण कांग्रेस

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