स्टे खत्म होते ही रिकार्डशुदा का आशियाना भी जर्जर किया
उज्जैन,अग्निपथ। दो सट्टा खाईवाल के खिलाफ सोमवार को नगर निगम व पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की गई है। 10 हजार रुपए के फरार ईनामी आरोपी के ऑफिस व मकान पर बुलडोजर चला दिया। वहीं फ्रीगंज के रिकार्डशुदा सटोरिए के तीन मंजीला मकान को हेमर से जर्जर कर दिया।
ऑफिस तोड़ा,मकान जमींदोज
गीता कॉलोनी निवासी रवि पमनानी पर लाखों रुपए का सट्टा पकड़ाने के बाद से फरार होने पर 10 हजार रुपए ईनाम घोषित है। सट्टा माफिया होने पर पुलिस ने नगर निगम के साथ उसकी संपत्ति नष्ट करने की योजना बनाई। नानाखेड़ा क्षेत्र स्थित ऑफिस में नियम विरुद्ध पाए जाने पर सोमवार सुबह दोनों विभाग ने संयुक्त कार्रवाई कर ऑफिस का अवैध हिस्सा तोड़ दिया। बाद में टीम सिंधी कॉलोनी पहुंची। यहां पमनानी के अवैध दो मंजिला मकान को ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान सीएसपी विनोद कुमार मीणा,टीआई तरुण कुरील,मनीष लौधा,संजय मंडलोई भारी फोर्स के साथ मौजूद थे।
आशियाना भी निशाने पर
पुलिस ने पमनानी की फ्रीगंज में भी दुकान होने का पता चलने पर तोडऩा तय किया था, लेकिन दुकान अन्य के नाम मिलने पर कार्रवाई नहीं की। बताया जाता है पमनानी का एक मकान बाघेश्वरी माता मंदिर के पास है। वहीं गीता कॉलोनी स्थित आशियाना का रिकार्ड भी पुलिस खंगाल रही है। नियमानुसार निमार्ण नहीं पाए जाने पर दोनों जगह जल्द बुलडोजर चल सकता है।
इसलिए गिरी गाज
सर्वविदित है रवि पमनानी मुंबई, कल्याण मिलन सट्टे का बड़ा खाईवाल है। दो जुलाई को पुलिस ने उसके गीता कॉलोनी स्थित घर पर दबिश दी थी। मौके से छह लोग पकड़ाए थे। 21.25 लाख रुपए व करोड़ों के हिसाब के साथ करीब 2 करोड़ के जेवरात भी बरामद हुए थे। मामले में फरार रवि पर एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने 10 हजार रुपए ईनाम घोषित कर रखा है। बड़ा सट्टा खाईवाल होने पर पुलिस उसकी अवैध संपत्ति नष्ट कर रही है।
स्टे खत्म होती ही बिल्डिंग पर हैमर
पुलिस और निगम ने तीसरी कार्रवाई फ्रीगंज निवासी दिनेश उर्फ दिनू फुलवानी के तीन मंजीला मकान पर की। पुलिस रिकार्डनुसारर दिनेश पर मारपीट,सट्टे के कई केस दर्ज है। उसने भी नियम विरुद्ध तरीके से बिल्डिंग बना रखी है। उस पर पूर्व में कार्रवाई की जाना थी,लेकिन फुलवानी स्टे ले आया था। स्टे खत्म होने पर नगर निगम ने उसकी बिल्डिंग के अवैध हिस्से को हैमर चला कर ध्वस्त कर दिया। याद रहे पूर्व में दिनेश के भाई सब्जीमंडी स्थित मकान को निगम ने तोड़ा था।