जिला पंचायत की केवल एक अनारक्षित सीट पर सामान्य वर्ग के उम्मीदवार की जीत
उज्जैन, अग्निपथ। पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव से ठीक पहले सामान्य वर्ग से जुड़े कुछ संगठनों द्वारा राजनैतिक दलों पर अनारक्षित सीटों पर सामान्य वर्ग के लोगों को ही उम्मीदवार बनाने के लिए दबाव बनाया था। जिला पंचायत चुनाव के जो परिणाम सामने आए है, वे उसके ठीक उलट है। जिला पंचायत के 21 में से 6 वार्ड अनारक्षित श्रेणी के है, इनमें से 5 वार्डो में आरक्षित वर्ग के प्रतिनिधियों ने चुनाव में जीत हांसिल की है।
जिला पंचायत के 21 वार्डो के लिए डाले गए वोट और परिणाम की अधिकृत घोषणा 15 जुलाई को होगी। बूथ स्तर पर हुई गणना से हार-जीत लगभग तय हो चुकी है। सबसे चौंकाने वाली स्थिति अनारक्षित वर्ग की सीटों को लेकर सामने आई है। उज्जैन जिला पंचायत में अनारक्षित श्रेणी के 6 वार्ड है, इनमें से 5 वार्ड ऐसे है जहां आरक्षित वर्ग के लोग चुनाव लड़े भी और जीते भी। अनारक्षित श्रेणी की केवल एक सीट पर ही सामान्य वर्ग के प्रतिनिधि को जीत हांसिल हुई है।
अनारक्षित सीटों पर आरक्षित लोग
- वार्ड नंबर 2 से ओबीसी वर्ग के कांग्रेस से बागी सुरेश चौधरी ने जीत हांसिल की है। कांग्रेस ने यहां से सामान्य वर्ग की स्वातिसिंह को उम्मीदवार बनाया था। भाजपा से सामान्य वर्ग के शंकरसिंह ने चुनाव लड़ा था।
- वार्ड नंबर 4 में भाजपा के अमरसिंह पटेल ने चुनाव जीता है, वे ओबीसी वर्ग के आंजना समाज से है। कांग्रेस ने यहां से आंजना समाज के ही विजय पटेल को उम्मीदवार बनाया था।
- वार्ड नंबर 7 से भाजपा के ईश्वर जिगर ने चुनाव जीता, वे ओबीसी खाति समाज से है। कांग्रेस ने भी यहां से ओबीसी वर्ग के रामसिंह गुर्जर को उम्मीदवार बनाया था।
- वार्ड नंबर 17 में भाजपा के बालाराम खींची ने चुनाव जीता है, वे ओबीसी बंजारा समाज से है। कांग्रेस ने भी यहां से ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा था।
- वार्ड नंबर 12 भाजपा से बागी प्रतापसिंह आर्य ने चुनाव जीता, वे ओबीसी सोंधिया समाज से है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने इस अनारक्षित सीट से ओबीसी चेहरे ही चुनाव मैदान में उतारे थे।
- वार्ड नंबर 20, जिले की यह अकेली ऐसी अनारक्षित सीट है जहां से सामान्य वर्ग के रामप्रसाद पंड्या ने चुनाव जीता है।