देवास कोर्ट भृत्य से नामांतरण के लिए मांगे थे 20 हजार
उज्जैन,अग्निपथ। लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार दोपहर मप्र हाउसिंग बोर्ड के एक बाबू को कार्यालय में 10 हजार रुपए लेते ट्रेप किया। आरोप है उसने देवास न्यायालय के भृत्य से मकान नामांतरण के लिए 20 हजार रुपए मांगे थे।
देवास स्थित हरिओम नगर निवासी राहुल पिता गोवर्धन दांगी विशेष न्यायालय में भृत्य है। उसने देवास के जवाहर नगर ईडब्ल्यूएस स्थित मकान का नामांतरण के लिए भरतपूरी स्थित मप्र हाउसिंग बोर्ड ऑफिस में आवेदन दिया था। संपत्ति शाखा से संबंधित काम होने पर वह बोर्ड कार्यालय के सहायक ग्रेड तीन (बाबू) बाल मुकुंद मालवीय निवासी अलखधाम से मिला। मालवीय ने काम के बदले 20 हजार रुपए मांगे तो दांगी ने 5 जुलाई को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत कर दी। दांगी ने बाद में मालवीय से 10 हजार रुपए सौदा कर रिकार्डिंग कर ली। शुक्रवार दोपहर बुलाने पर दांगी रुपए लेकर पहुंचा। यहां ऑफिस के बाहर रिश्वत लेते ही लोकायुक्त निरीक्षक बंसत श्रीवास्तव ने मालवीय रंगेहाथ दबोच लिया।
हाउसिंग बोर्ड में चार ट्रेप
निरीक्षक श्रीवास्तव ने बताया कि मालवीय पर भ्रष्टाचार अधिनियम में केस दर्ज किया गया है। कार्रवाई करने में आरक्षक महेंद्र, संदीप, लोकेश व कुणाल पुरोहित की भी भूमिका रही है। कुछ साल के दौरान हाउसिंग बोर्ड में चार कर्मचारी घूस लेते पकड़ा चुके है।
सात माह में 14 पकड़ाए
लोकायुक्त रिकार्डनुसार इस वर्ष संभाग के विभिन्न विभागों में पदस्थ 14 लोगों को घूस लेते हुए पकड़ा है। हाल ही में नागदा में पटवारी जितेंद्रसिंह राणावत को सात हजार रुपए और12 जुलाई को शिक्षक को 9500 रुपए लेते ट्रेप किया था।