श्रावण महोत्सव आज से: 6 रविवार के साथ अब 4 शनिवार की शाम भी होंगे सांस्कृतिक आयोजन

श्रावण महोत्सव

कलेक्टर और प्रशासक सहित मंदिर समिति सदस्यों ने कलाकारों की हौंसला अफजाई की

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के आंगन में आज शाम से श्रावण महोत्सव का उल्लास छाएगा। गायन, वादन और नृत्य की विधा में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार अपनी प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोहेंगे। लेकिन इस बार प्रति 6 रविवार को होने वाली उक्त विधाओं की प्रस्तुति के साथ-साथ 4 शनिवार की शाम ऐसी विधा की प्रस्तुति अन्य कलाकार भी देंगे। कलेक्टर, प्रशासक और मंदिर समिति सदस्यों ने शनिवार को प्रस्तुति देने पर अपनी मोहर लगा दी है।

कलेक्टर ने इन नामों का चयन कर लिया है। 17 वर्षों में यह पहली बार है कि जब इस बार 6 रविवार के अलावा चार शनिवार मिलाकर कुल 10 दिन गायन, वादन और नृत्य से भगवान महाकाल को रिझाने का प्रयास किया जाएगा। सभी 10 प्रस्तुतियां त्रिवेणी संग्रहालय में आयोजित की जाएंगी।

कलेक्टर आशीष सिंह, मंदिर प्रशासक गणेशकुमार धाकड़ और मंदिर समिति के तीनों सदस्यों की सहमति से रविवार के साथ-साथ शनिवार को भी प्रस्तुतियां देने पर सहमति बनी है। सभी का इसमें प्रशंसनीय सहयोग बना है। शनिवार को प्रस्तुतियों पर सहमति करवाने वाले कलाकारों ने कलेक्टर का सम्मान भी किया। इस बार श्रावण महोत्सव शुरू होने के 1 दिन पहले के शनिवार और अंतिम रविवार के एक दिन पहले के शनिवार को छोड़ दिया गया है। इस तरह से चार शनिवार को प्रस्तुतियों का क्रम त्रिवेणी संग्रहालय में आधे-आधे घंटे का रहेगा। जिसमें गायन, वादन और नृत्य की शाम सजेगी। मंच का संचालन पदमश्री प्राप्त व्यक्ति के हाथों करवाया जाएगा।

आज इनके आयोजन : उद्घाटन के साथ तीन प्रस्तुति

केशव केवलिया उज्जैन, विनायक शर्मा व हर्षिल मेहता
सुश्री धानी गुंदेचा व सुश्री जाह्नवी पंसालकर भोपाल
शान्तनु चक्रवर्ती व सुश्री परिणित मलिक नई दिल्ली

इस वर्ष श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा 17वें श्रावण महोत्सव का आयोजन आज 17 जुलाई से प्रारंभ होकर 21 अगस्त तक किया जाएगा। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि पहले रविवार 17 जुलाई को उदघाटन सत्र के बाद सुश्री धानी गुंदेचा व सुश्री जाह्नवी पंसालकर, भोपाल का ध्रुपद गायन (जुगलबंदी), उज्जैन के केशव केवलिया, विनायक शर्मा व हर्षिल मेहता की तबला त्रिवेणी की प्रस्तुति, नृत्य में शान्तनु चक्रवर्ती व सुश्री परिणित मलिक नई दिल्ली द्वारा युगल भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी जाएगी।

किस दिन कौन सी प्रस्तुति

23 जुलाई
1 . महेंद्र बुआ मंगल वाद्य प्रस्तुति सितार
2. कलापिनी कोमकली, शास्त्रीय गायन
3. प्रतिभा नृत्य संस्था, शिव पर आधारित नृत्य नाटिका

30 जुलाई
1. परमानंद गंधर्व, एकल हारमोनियम वादन
2. यासमीन सिंह दिल्ली, शिव पर आधारित नृत्य नाटिका बेल
3. निनाद नृत्य अकादमी, पलक पटवर्धन की कृष्ण पर आधारित नृत्य नाटिका

6 अगस्त
1. कला स्तुति नृत्य नाटिका, उमेश भट्ट के निर्देशन में समूह द्वारा शिव अर्चन
2. रोहित सोनवणे द्वारा एकल वायलिन वादन
3. प्रति कल्पा सांस्कृतिक संस्थान द्वारा शिव शक्ति पर नृत्य नाटिका

13 अगस्त
1. अक्षत पंडित का एकल शास्त्रीय गायन ( दोनों आंखों से नहीं दिखने के बावजूद इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया )
2. आरंभ सांस्कृतिक पाठशाला, डॉ अंजना चौहान, शक्ति नृत्य नाटिका
3. सर्वोत्तम संगीत नृत्य अकादमी, हरीश पोद्दार के निर्देशन में कृष्ण पर आधारित नृत्य नाटिका… आयो अगम नरेश

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