कांग्रेस पिछड़ी – निर्दलीयों ने भी बाजी मारी
बडऩगर, अग्निपथ। नगरपालिका के पार्षदों के चुनाव के 11 दिन लम्बे इंतजार के बाद रविवार को मतगणना के लिए इवीएम में से ‘वोटों का पिटारा’ खोला गया तो मतदाताओं का रूझान एक बार फिर भाजपा के पक्ष में गया। यहां 11 वार्डों में मतदाताओं की बदौलत कमल का परचम लहराया। कांग्रेस ने पिछड़ते हुए 5 सीटों पर तो निर्दलियों ने भी 2 सीटों पर बाजी मारी है। जीत के बाद भाजपा – कांग्रेस ने ढ़ोल – ढमाको, बेण्ड बाजे के साथ जुलुस निकाला। इस दौरान होली दिवाली दोनो का नजारा एक साथ देखने को मिला। जहां सडक़ रंग गुलाल से पट गयी वही पटाखो की आवाज से नगर गुंजायमान हो गया।
भाजपा को इन वार्डों में मिली जीत
भाजपा के वार्ड-2 से आनंद गोपाल अनावडिय़ा 156 वोट से, वार्ड-3 से लक्ष्मीबाई लाल बहादुर बादशाह 344 वोट से, वार्ड-5 से यादवेन्द्र कृष्णचंद्र 291से, वार्ड- 6 से अनिता सतीश वर्मा 370 वोट से, वार्ड-8 से शकिला आबिद बानो 45 वोट से, वार्ड-9 से नेहा शांतिलाल 43 वोट से, वार्ड-10 से राकेश भुरिया 511 वोट से, 11से अभय कैलाशचंद्र टोंग्या 39 वोट से, वार्ड-15 अजय मोढ़ी राम 153 वोट से, वार्ड-16 नर्मदा राजेश परमार 30 वोट से, वार्ड-18 से रितेश राजेन्द्र चांदी 262 वोट से विजयी रहे।
कांग्रेस के यहां से पार्षद
इसी प्रकार कांग्रेस से वार्ड-4 से अर्चना अमित जाट 2 वोट से, वार्ड-7 से शीतल कुशल गहलोत 104 वोट से, वार्ड-12 से अजहरुद्दीन प्यारे मियां 146 वोट से, वार्ड-13 मंजु तरुण आचार्य 278 वोट से, वार्ड-17 मुमताज बी फकीर मोहम्मद 145 वोट से विजयी रहे। सबसे कम वोट से कांग्रेस ने वार्ड-4 में तथा सबसे अधिक वोट से वार्ड-14 में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत प्राप्त की।
सभी डाक मत पत्र निरस्त हुए
प्रात: 8:38 पर वार्ड-1 से 9 तक की इव्हीएम मशीन गणना रूम में लायी गयी। वहीं वार्ड- 10 से 18 की मशीन 8:51 पर। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की गयी। जिसमें वार्ड-5 में 3 व वार्ड-11,12,16 में एक-एक मत पत्र डाले गये किन्तु यह 6 मतपत्र त्रुटी के कारण निरस्त किये गये। वहीं कुल 18 वार्डो में नोटा में 239 मत डाले गये। जिसमें सबसे कम वार्ड-2 में 2 मत व सबसे अधिक वार्ड-1 में 39 मत डाले गये।
बरगद की छाया रही कायम – कैंची ने किया कमाल
मतदाता के मौन रहने के कारण मतगणना के पहले तक स्थिति साफ नहीं थी। चर्चाओं में कांग्रेस की बढ़त बतायी जा रही थी। किन्तु मतगणना के बाद आए परिणामों में भाजपा का कमल खिलता नजर आया। वही निर्दलीय ने भी अपना दम दिखाया। वार्ड-14 में श्याम विशनवाणी ने भाजपा से बगावती तेवर दिखाते हुए चुनाव चिन्ह बरगद के पेड़ से चुनाव लड़ा। जिन्होंने सबसे अधिक 568 वोट से जीत हासिल कर भाजपा-कांग्रेस उम्मीदवारो की जमानत जब्त करवा दी। वहीं वार्ड-1 में चुनाव चिन्ह कैंची ने भी कमाल कर दिखाया। उम्मीदवार विजयंतसिंह गोसर ने चार उम्मीदवारों के बीच 301 वोट से जीत हासिल कर सबको चौंका दिया। जबकि वार्ड-16 में बरगद के पेड़ की छांव कमजोर साबित
शिवसेना की सभी सीटों पर जमानत जब्त
भाजपा – कांग्रेस के साथ शिव सेना ने भी अलग – अलग वार्ड-से अपने कुल 7 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे । जिन्होंने चुनावी प्रचार में बेहतर तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी। किन्तु परिणाम में सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी। इसी प्रकार कांग्रेस के प्रदीप शुक्ला व सविता सुनील मकवाना तथा भाजपा के आशीष शुक्ला भी अपनी जमानत नहीं बचा सके।
मतदान कम किन्तु जीत ज्यादा
वार्ड-10 में सबसे कम मतदान हुआ था। जहां भाजपा ने अन्य वार्ड-के भाजपाई व कांग्रेस उम्मीदवारों में सबसे अधिक अंतर (511) से जीत हासिल की। भाजपा उम्मीदवारो में नर्मदा परमार की जीत सबसे कम 30 वोट से रही। कांग्रेस में सबसे अधिक 278 वोटो से मंजू आचार्य की जीत रही। वहीं वार्ड-1, 14, 16 में कांग्रेस तीसरे नम्बर पर रही।
महिलाओं में भी भाजपा आगे
आरक्षण के चलते 9 महिला सीट है। जिसमें भी भाजपा ने बाजी मारी है। वार्ड-3, 6, 8, 9,16 सहित 5 महिलाएं पार्षद भाजपा की होगी। वही वार्ड-4, 7, 13, 17 में कांग्रेस की।
कार्यकर्ताओं की जीत-भाजपा
भाजपा को मिले बहुमत पर नगर भाजपा अध्यक्ष श्याम शर्मा सहित जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुण्डला, पूर्व विधायक द्वय शांतिलाल धबाई व मुकेश पंड्या आदि वरिष्ठ नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस जीत को कार्यकर्ताओं की जीत बताया। वही कांग्रेस की हार पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहां की हमारी कहीं कमी रही होगी। जिस पर मंथन किया जावेगा।
चाक चौबंद रही व्यवस्था
मतगणना व्यवस्था चाक चौबंद रही। कर्मचारियों के दल व भारी पुलिस बल के साथ निर्वाचन अधिकारी निधि सिंह, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस रविन्द्र बोयट, तहसीलदार सुदीप मीणा, जीवनलाल मोघी, थाना प्रभारी गण मनीष मिश्र, पृथ्वीसिंह खलोटे, एस आई जितेन्द्र पाटीदार, सुरेन्द्र गरवाल, सत्येंद्र सिंह, शैतान सिंह आदि ने व्यवस्थाओं को बनाए रखा।