श्रावण मास में वाकी टॉकी बना दिखावे का खिलौना- महाकाल मंदिर में अव्यवस्था
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के दौरान विशेष अतिथियों आगमन भी हो रहा है। अतिथियों से प्रोटोकाल कर्मी मोबाइल से बात कर पाइंट अटेंड कर लेते हैं। लेकिन बारिश होने और नेट नहीं चलने की वजह से अतिथियों का पाइंट देर से अटेंड हो पा रहा है। मंदिर के पास वॉकी टॉकी भी हैं। लेकिन उनकी बैटरी खराब होने के कारण वह दिखावे का खिलौना बना हुआ है।
14 जुलाई से श्रावण मास में अतिथियों का आगमन शुरू हो गया है। इसमें जिला प्रशासन द्वारा अनुमति प्राप्त अतिथी भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। इन अतिथियों से प्रोटोकाल कर्मचारी मोबाइल के माध्यम से बात कर उनको अटेंड कर भगवान महाकाल के दर्शन करवा देता है। लेकिन नेट की समस्या बनी होने से समय पर इन अतिथियों को अटेंड करने में परेशानी हो रही है।
मंदिर के अंदर वैसे भी नेट की समस्या हमेशा बनी रहती है। एक अतिथि को अटेंड करने के दौरान दूसरे अतिथि का पाइंट मोबाइल पर अटेंड नहीं हो पाता। लिहाजा प्रोटोकाल कर्मचारी परेशान होता है। वीआईपी का दर्शन मार्ग भी काफी लंबा होने के कारण प्रोटोकाल कर्मचारियों को यहां से आने जाने में देर हो जाती है। ज्ञातव्य रहे कि एक शिफ्ट में 5 प्रोटोकाल कर्मचारी कार्यरत हैं।
वॉकी टॉकी की बैटरी खराब
नेट नहीं चलने के दौरान वॉकी टॉकी काफी उपयोगी सिद्ध हो सकता है। लेकिन अधिकांश वॉकी टॉकी की बैटरी खराब होने के कारण यह उपयोग में नहीं आ रहे हैं। यदि वॉकी टॉकी रहे तो कर्मचारी एक दूसरे से कांटेक्ट कर पाइंट अटेंड करवा सकते हैं। किसी दिन कोई बड़ा पाइंट आ गया तो इसका खामियाजा इन कर्मचारियों को भुगतना पड़ सकता है।
चलायमान टॉवर लगवा दिया था
महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के दौरान पूर्व में भी नेट की समस्या से कर्मचारियों को परेशान होना पड़ा था। इसको देखते हुए तात्कालिन प्रशासक सुजानसिंह रावत ने चलायमान टॉवर की व्यवस्था करवा दी थी। इससे कर्मचारियों को सुविधा तो हुई। साथ ही श्रद्धालुओं को भी नेट की समस्या से जूझना नहंी पड़ा।